लालबर्रा विकासखण्ड में १० स्कूलों में शुरू होगी १५ जून से प्री-प्रायमरी की कक्षाएं

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अशासकीय स्कूलों में तीन से छ: साल के छोटे बच्चों को प्री-प्रायमरी की कक्षाओं में पढ़ाने अभिभावकों में खासी रूची होती है। जिसका असर यह होता है तक बच्चें उन्ही अशासकीय (प्रायवेट) स्कूलों में आगे की कक्षाओं तक पढ़ाई करते है जिससे सरकारी स्कूलों की बच्चों की दर्ज संख्या कम रह जाती है। इसलिए निजी स्कूलों को टक्कर देने और नई शिक्षा नीति के तहत शासन ने शासकीय स्कूलों में प्री-प्रायमरी स्कूल शुरू करने की योजना बनाई है। जिसके तहत लालबर्रा विकासखण्ड के ६ हाई व ४ हायर सेकेण्डरी में १५ जून से प्री-प्रायमरी स्कूल शुरू हो जायेगी और इन कक्षाओं में नर्सरी, केजी वन, केजी-टू की कक्षा लगाई जायेगी जिसके लिए शिक्षकों की व्यवस्था की जायेगी और प्री-प्रायमरी की कक्षा में पढ़ाने के लिए महिला शिक्षिकाओं को प्राथमिकता दी जायेगी जिनकी उम्र ५२ वर्ष से कम होनी चाहिए। इस तरह से अब धीरे-धीरे ऑगनवाड़ी केन्द्र जहां हाई व हायर सेेकेण्डरी स्कूल परिसर में संचालित हो रहे है उक्त आंगनवाड़ी केन्द्र में प्री-प्रायमरी की कक्षाएं शुरू की जा रही है जिसकी तैयारी में शिक्षा विभाग जुट गया हैै। प्र्रथम चरण में शासकीय हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल परिसर में आंगनवाड़ी केन्द्र स्थित है उन्ही आंगनवाड़ी केन्द्र में प्री-प्रायमरी स्कूल की कक्षाएं शुरू की जा रही है जहां ३ से ६ वर्ष के बच्चें नर्सरी, केजी वन, केजी टू की पढ़ाई करेगें जिससे बच्चों की दक्षता भी बढ़ेगी।

आपकों बता दे कि अशासकीय स्कूलों को टक्कर देने एवं नई शिक्षा नीति के तहत शासकीय स्कूलों में १५ जून से प्री-प्रायमरी स्कूल की कक्षाएं शुरू की जायेगी। जिसके लिए प्रवेश की प्रक्रिया १५ जून से शुरू हो जायेगी और इन कक्षाओं में ३ से ६ वर्ष के बच्चों को प्रवेश दिया जायेगा जहां सभी सुविधाएं व व्यवस्था बच्चों को प्रदान की जायेगी जिससे बच्चों में शिक्षा का ज्ञान भी बढ़ेगा और लालबर्रा विकासखण्ड में १५ जून २०२४ से १० शासकीय स्कूलों में प्री-प्रायमरी की कक्षाएं शुरू हो जायेगी। जिसकी तैयारी में जो स्कूल चयनित हुए है वह के शिक्षक-शिक्षिकाएं तैयारी में जुट गये है। साथ ही प्री-प्रायमरी स्कूल की कक्षाओं के लिए कम से कम दो अलग से कमरे होना जरूरी, इन कक्षाओं के बाहर खेल-कूद गतिविधियों के लिए पर्याप्त जगह हो, बच्चों के बैठने के लिए दरी-टाट-फट्टी, पीने के पानी और प्रसाधन का इंतजाम जरूरी है। साथ ही इन कक्षाओं में पढ़ाने के लिए दो शिक्षक जरूरी है जिसमें महिला शिक्षिकाओं को प्राथमिकता दी जायेगी। जिनकी उम्र्र ५२ साल से कम होना चाहिए जो बच्चों के साथ विभिन्न खेल व शिक्षण गतिविधियां करने में सक्षम हो और ऐसी कक्षाओं को पढ़ाने का अनुभव हो क्योंकि प्री-प्रायमरी कक्षा में नर्सरी, केजी वन, केजी टू में ३ से ५ वर्ष के बच्चें शिक्षा अध्ययन करते है इस उम्र में बच्चों को जो सीखाया जाता है वे सरलता से सीख जाते है।

इन स्कूलों में शुरू होगी प्री-प्रायमरी कक्षाएं

लालबर्रा विकासखण्ड में चयनित शासकीय स्कूलों में ग्राम पंचायत बोरी स्थित शासकीय हाई स्कूल बोरी, मुरझड़, छिंदलई, बकोड़ा, धरपीवाड़ा, चिल्लौद एवं शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल टेकाड़ी लो. बडग़ांव, बल्हारपुर, घोटी शामिल है जहां १५ जून से प्री-प्रायमरी स्कूल की कक्षाएं शुरू हो जायेगी। इन स्कूलों के प्राचार्य एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं तैयारी में जुट गये है और स्कूल अंतर्गत आने वाले ग्रामों मेें ३ से ६ वर्ष के बच्चों को प्रवेश दिलवाने के लिए चिंहित किया जा रहा है जिसका कार्य जारी है।

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