वारासिवनी विधायक प्रदीप जयसवाल और समाजसेवी राजेश पाठक के बीच चल रही जुबानी जंग में कुदते हुए लोधी समाज के कथित पदाधिकारियों द्वारा विधायक प्रदीप जयसवाल की आलोचना की गई थी, तो वही एक पत्रकार वार्ता का आयोजन कर समाजसेवी राजेश पाठक का समर्थन किया गया था। जहां पत्रकार वार्ता आयोजित करने वाले सामाजिक बंधुओं ने स्वयं को खैरलांजी लोधी लोध ब्लॉक संगठन के पदाधिकारी बताते हुए विधायक प्रदीप जयसवाल के विरुद्ध की गई बयानबाजी को संपूर्ण लोधी समाज का मत(राय) होना बताया था। जिसका खंडन लोधी महासभा के पदाधिकारियों द्वारा किया गया है । जिन्होंने शनिवार को सर्किट हाउस में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में स्पष्ट किया कि लोधी महासभा जिला अध्यक्ष उम्मेद लिल्लारे द्वारा करीब 20 दिन पूर्व लोधी महासभा की पूरी जिला कार्यकारिणी को मीडिया के समक्ष भंग किया थाथा। वहीं नवीन कार्यकारिणी के गठन की जिम्मेदारी लोधी समाज के दो पदाधिकारियों को दी गई थी ,जिन्होंने जिले में ब्लॉक जिला कार्यकारिणी का गठन नहीं किया है उन्होंने बताया कि अभी तक लोधी समाज महासभा कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है। जो बयान विधायक प्रदीप जायसवाल के खिलाफ और समाजसेवी राजेश पाठक के पक्ष में समाज के कुछ लोगों द्वारा दिए गए हैं वह बयान उनके व्यक्तिगत बयान हैं। पूर्व पदाधिकारियों ने जो बयान जारी किया है उन बयानों से लोधी महासभा का कोई भी लेना देना नहीं है।उन्होंने स्पष्ट किया कि लोधी समाज के लोग सभी पार्टियों से जुड़े हैं वही समाज संगठन संगठन ने ना तो किसी की निंदा की है और ना ही किसी के पक्ष में बयान दिया है उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने प्रदीप जयसवाल के खिलाफ और समाजसेवी राजेश पाठक के पक्ष में बयान बाजी की है वह उनके स्वयं के अपने मत है जबकि समाज संगठन ने किसी के पक्ष या किसी के विपक्ष में किसी प्रकार की बयानबाजी नहीं की है