शहर के वार्ड नंबर 32 गौरव पथ से लगे हुए पुरानी बर्फ फैक्ट्री पूर्व के शारदा ज्ञान पीठ स्कूल के निकट गौरव पथ के पानी को सुचारू रूप से दूसरे नाले तक पहुंचाने के लिए नाली निर्माण की योजना बनाई गई थी। जिसे अधूरा छोड़ दिया गया और अब इस अधूरे नाले के मामले में सवाल करने पर हर कोई बचता दिखाई दे रहा है।
हालांकि वार्ड नंबर 32 में पार्षद श्रीमती रामटेके है लेकिन उनके पति महेन्द्र रामटेके ही प्रतिनिधि के रूप में पूरा कान देखते है। जब हमने उनसे श्री रामटेके से चर्चा करने की कोशिश की तो उन्होंने दूरभाष पर ही पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए समय ना होने की बात कही और कहा कि उन्हें इस नाले के विषय में जानकारी नहीं है।
वार्ड नंबर 32 के इस अधूरे नाले की विषय में जब हमने नगरपालिका के जिम्मेदार इंजीनियर और अधिकारियों से चर्चा करने की कोशिश की तो सब एक दूसरे पर मामला थोपते दिखाई दिए।
बीते 3 दिनों के दौरान हम लगातार नगरपालिका दफ्तर पहुंचकर मामले की जानकारी लेने की कोशिश करते रहे तो जो अधिकारी छुट्टी पर होता उसी का नाम हमें बता दिया जाता कि शायद फाइल उनके पास रखी है। एक-एक कर हमें सारे छुट्टी पर गए अधिकारियों के नाम बता दिए गए और नगर पालिका दफ्तर में उपस्थित अधिकारी इस मामले से बचते दिखाई दिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गौरव पथ निर्माण के दौरान जितने काम कागजों पर हुए हैं उतने ही उससे जुड़े हुए निर्माण कार्य के भी हालत बताए जा रहे है। तस्वीरों में आप इस नाले को आधा अधूरा देख रहे हैं होंगे दरअसल यह मैदानी स्थल पर आधा अधूरा होना बताया जा रहा है। लेकिन कागज पर पूरे होने की जानकारी दी जा रही है जानकारी तो यहां तक मिल रही है कि इस अधूरे काम के बिल और वाउचर तक पास हो गए। इसीलिए अब अधिकारी से लेकर वार्ड नंबर 32 के पार्षद इस मामले से बचते दिखाई दे।