विधि विभाग के तहत आने वाले राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने प्रदेश के कुछ गांव को विवाद विहीन घोषित किया है। जिसमें बालाघाट के भी कुछ गांव का चयन होने की जानकारी मिल रही है।
जहां पर 6 महीने से ना तो यहां के लोगों के बीच कोई विवाद हुआ, ना लड़ाई झगड़े की कोई खबर आई, एफ आई आर तक की जरूरत भी नहीं पड़ी। यह कारण है कि इन गांवों को विवाद विभिन्न ग्राम का तमगा दिया जाने वाला है।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने विवाद विहीन ग्राम के लिए सितम्बर 2020 से योजना शुरू की है। जिसमें योजना का मकसद यही है कि लोग छोटे-छोटे विवाद से दूर रहें और आर्थिक रूप से उन्नत और आत्मनिर्भर बने।
बालाघाट जिला सत्र एवं न्यायालय के अपर जिला न्यायाधीश और सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाधीश आशीष शुक्ला स्वयं इस विषय पर विस्तार से पूरी जानकारी दे रहे हैं। जिसमे उनके द्वारा लोगों से विवाद ना करने और विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं का लाभ लेने की बात कही जा रही है।
हमें मिली जानकारी के अनुसार बालाघाट जिले के भीतर खैरी बम्हनी और पीपरटोला का नाम विवाद विहीन गाँव की सूची में शामिल हो सकता है हालांकि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से अभी कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई जिससे उम्मीद यही लगाई जा रही है कि भविष्य में कुछ गांव के नाम और भी बढ़ सकते हैं।