विधि संकाय के छात्र छात्राओं ने प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन

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शासकीय शंकरशाव पटेल महाविद्यालय वारासिवनी में विधि संकाय के छात्र छात्राओं के द्वारा महाविद्यालय प्राचार्य के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की गई है कि प्रथम सेमेस्टर एटीकेटी सत्र 2019 20 की अंकसूची उपलब्ध कराई जाये साथ ही विश्वविद्यालय का बार काउंसिल ऑफ इंडिया की सूची में नाम दर्ज किया जाये जिससे कि छात्र छात्राओं को होने वाली समस्याओं का सामना ना करना पड़े। ज्ञापन में उल्लेखित किया है कि हम सभी विधि छात्र राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के अंतर्गत शासकीय शंकरशाव पटेल महाविद्यालय वारासिवनी के अंतिम सेमेस्टर उत्तीर्ण कर चुके छात्र है। सत्र 2019 20 में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों की सूची आज दिनांक तक महाविद्यालय में नहीं भेजी गई है जिससे छात्रों को अपनी पढ़ाई आगे जारी रखने में समस्या उत्पन्न हो रही है। जिस पर हमारी समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय को आवश्यक निर्देश देते हुए उचित कार्यवाही की जानी चाहिए। वही हमारा अंतिम सेमेस्टर संपन्न हो गया है ऐसे में बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा अधिवक्ता हेतु नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ है किंतु बार काउंसिल की सूची में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम ना होने से छात्रों का नामांकन नहीं हो पा रहा है। काउंसिल द्वारा बताया गया है कि उक्त विश्वविद्यालय द्वारा संबंधित संबंधी प्रक्रिया पूर्ण नहीं की गई है जिसे बालाघाट सिवनी छिंदवाड़ा जिले के महाविद्यालयों से उत्तीर्ण विधि छात्रों का नामांकन नहीं हो पा रहा है जिससे सभी विधि छात्र मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान हो रहे हैं। ऐसे में इस समस्या पर भी ध्यान देकर जल्द निराकरण किया जाये। इस अवसर पर प्रीतेश मोरे अजय बांगरे सिद्धार्थ बोरकर विवेक पाटील कुमारी नेहा चंद्रिकापुरे कुमारी संगीता कुमारी अनामिका रकासिया कुमारी पदमा चन्ने तहसीन खान सहित अन्य छात्र छात्राएं मौजूद रहे।

पद्मेश से चर्चा में तहसीन खान ने बताया कि हमारा अंतिम वर्ष समाप्त हो गया है और अब हमें अधिवक्ता के रूप में बार काउंसिल ऑफ इंडिया की सदस्यता ग्रहण कर आगे कार्य करना है परंतु उक्त प्रक्रिया में विश्वविद्यालय बाधा बना हुआ है। क्योंकि राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा का बार काउंसिल ऑफ इंडिया में नाम दर्ज ना होने के कारण हमें भी पंजीयन करने में दिक्कत हो रही है और हमें सीधे मना कर दिया गया है। श्री खान ने बताया कि इस प्रकार से हमें पंजीयन कराने में देरी होगी तो हमारी सीनियारिटी भी प्रभावित होगी जिससे निकट भविष्य में हमें समस्या होने की संभावना है। जिसके लिए हम चाहते हैं कि यथाशीघ्र विश्वविद्यालय अपना नाम बार काउंसिल ऑफ इंडिया में दर्ज कराएं जिससे कि हमें भी बार काउंसिल ऑफ इंडिया सदस्यता प्रदान हो सके।

वहीं छात्र सिद्धार्थ बोरकर ने बताया कि हमने प्रथम सेमेस्टर एटीकेटी की परीक्षा वर्ष 2019-20 में दी थी जिसके बाद से छठवां सेमेस्टर भी समाप्त होने पर उक्त परीक्षा की अंकसूची हमें वर्तमान समय तक प्राप्त नहीं हुई है जो विश्वविद्यालय के द्वारा महाविद्यालय को भेजी नहीं गई है। ऐसे में हमें काफी समस्या हो रही है क्योंकि हमारे पास उत्तीर्ण की प्रथम सेमेस्टर की अंकसूची ही नहीं है जिसके लिए लगातार महाविद्यालय प्रशासन से मांग की जा रही है और उनके द्वारा भी इस ओर गंभीरता से कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। हमारी मांग है कि हमारी उक्त समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए छात्र हित में विश्वविद्यालय को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए उचित कार्यवाही की जाये।

इनका कहना है

दूरभाष पर चर्चा में बताया कि विधि संकाय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की बार काउंसिल ऑफ इंडिया को दी जाने वाली फीस विश्वविद्यालय को भेज दी गई है। अंकसूची विश्वविद्यालय का प्रकरण है इन दोनों समस्याओं को लेकर विश्वविद्यालय को पत्राचार किया गया है और उनसे जल्द इस समस्या का निराकरण करने की मांग की गई है।

एसडी तिरपुढे प्रभारी प्राचार्य
एसएसपी महाविद्यालय वारासिवनी।

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