कप्तानी मिलते ही शुभमन गिल का स्वैग पूरी तरह से बदल गया। पहले बल्ले से धमाल मचाया और फिर बीच मैदान अपने खिलाड़ियों के लिए जब खड़े हुए तो फैंस को विराट की याद आ गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि विराट की तरह ऐसे बहुत कम खिलाड़ी हुए जो कप्तानी मिलने के बाद बल्लेबाजी में और निखर कर सामने आए। गिल के साथ भी यही हुआ। जब उन्हें टेस्ट की कप्तानी सौंपी गई तब बतौर बल्लेबाज भी उन पर सवाल थे। लेकिन गिल ने अलग ही जोन में बैटिंग की और आज सीरीज में सबसे बेस्ट बैटर हैं। इंग्लैंड आने से पूर्व उनका औसत लगभग 25 का था और इस सीरीज में उन्होंने 101 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 607 रन बना लिए हैं।
लॉर्ड्स टेस्ट में तो फैंस ने उनका एक और अलग रंग देखा जब वह जैक क्राउली और बेन डकेट के सामने बीच मैदान भिड़ पड़े। लोगों को साल 2021 के विराट कोहली याद आ गए। हालांकि, गिल का यह लुक पहली बार नजर आया जिस पर कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने सवाल भी उठाए। अब गिल पर एक नया आरोप बंगाल के पूर्व कप्तान मनोज तिवारी ने लगाया है। मनोज का मानना है कि विराट की कॉपी कर रहे हैं शुभमन गिल और उनको इससे बचना चाहिए।
विराट की कॉपी कर रहे हैं शुभमन गिल
SportsBoom की एक खबर के अनुसार मनोज तिवारी ने गिल के अग्रेसन पर सवाल उठाते हुए कहा ‘कप्तान गिल चीज़ों को जिस तरह से संभाल रहे हैं वह मुझे पसंद नहीं आ रहा। मुझे लगता है पिछली बार विराट ने जो किया था, वह उसकी नकल करने की कोशिश कर रहे हैं। और इसका असर उनकी बल्लेबाज़ी पर पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा ‘जबसे वह IPL में कप्तान बने हैं, वह आक्रामक मानसिकता में आ गए हैं, और अंपायर्स से जोश में बातचीत करने लगे हैं। यह गिल जैसा नहीं है। उन्हें ऐसी आक्रामकता दिखाने की ज़रूरत नहीं है, और उन्हें कुछ साबित करने की कोई ज़रूरत नहीं है।
जीतकर भी दिया जा सकता है जवाब
तिवारी ने कहा “एक कप्तान को सामने से नेतृत्व करना चाहिए, लेकिन इतनी ज़्यादा आक्रामकता की जरुरत नहीं। ये आपकी ऊर्जा को खत्म कर देती है। हर बार जुबानी जवाब देना पड़े यग जरूरी नहीं, आक्रामकता टेस्ट मैच जीतकर भी दिखाई जा सकती है।” 5 मैच की सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर में खेला जाएगा। इस मैदान पर टीम इंडिया ने अपना पहला मुकाबला 1936 और आखिरी मुकाबला 2014 में खेला था। टीम यहां एक भी जीत नहीं दर्ज कर पाई है, ऐसे में एजबेस्टन की तरह यहां भी गिल के पास इंग्लैंड को जवाब देने का सुनहरा मौका है।