भारतीय हॉकी टीम के मिडफील्डर नीलकांत शर्मा ने कहा कि अगले साल होने वाले विश्वकप में उनकी टीम आक्रामक रुख अपनाने की रणनीति अपनाएगी जिससे विरोधी टीमों पर दबाव बनाया जा सके। नीलकांत के अनुसार इसके साथ ही प्रयास रहेगा कि टीम की रक्षापंक्ति किसी भी हमले को बेहतर प्रकार से रोके जिससे की गोल का बचाव भी किया जा सके। भारतीय टीम बर्मिंघम राष्ट्रमण्डल खेलों में अपने गोल का बचाव नहीं कर पायी थी इससे उसे फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों सात गोल से बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। इस दौरान देखा गया कि भारतीय टीम अपने गोल कर बचाव नहीं कर पायी। .नीलकांत ने कहा,‘‘ हम अभ्यास शिविर शुरू होने के बाद से ही राष्ट्रमण्डल खेलों के अपने मैचों के वीडियो देख रहे हैं और हम यह तय किया है कि हम भविष्य में शुरूआत में गोल न होने दें क्योंकि इससे विरोधी टीम को हावी होने का अवसर मिल जाता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम अच्छी शुरुआत करते हैं तो फिर पूरे मैच में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।’’ विश्वकप में भारत को इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के साथ ग्रुप डी में रखा गया है। भारतीय टीम अपना पहला मैच 13 जनवरी को राउरकेला में स्पेन के खिलाफ खेलेगी। नीलकांत ने कहा, ‘‘विश्वकप के ग्रुप चरण में हमें कुछ तगड़ी टीमों का सामना करना पड़ेगा और ऐसे में अच्छी शुरुआत बेहद अहम रहेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य किसी भी हाल में विश्वकप में पदक जीतना है।’’