शंकर मंदिर से निकली कावड़ यात्रा

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प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी सावन मास में बैहर चौकी वार्ड नंबर 5 शंकर मंदिर से रविवार को जय मां संतोषी महिला मंडल के द्वारा शंकर घाट के लिए कावड़ यात्रा निकाली गई। नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 5 एवं 6 में वर्ष 2001 को भगवान शिव का मंदिर स्थापित किया गया था। जहां से वर्ष 2004 से महिलाओं ने सावन में कांवड़ यात्रा की शुरूआत की। जो आज भी जारी है। प्रतिवर्ष सावन में वार्डो की महिलायें कंधे पर कांवड़ रखकर नंगे पाव वैनगंगा नदी जाती है और वहां के पावन जल को कांवड़ से लाकर मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक करती है। जय मां संतोषी महिला मंडल की सदस्य उर्मिला नेवार ने बताया कि 2001 से शंकर मंदिर का निर्माण हुआ है और 2004 से महिला मंडल के द्वारा कावड़ यात्रा निकाली जा रही है श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ की पूजा करने पर उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और कावड़ यात्रा पुरुषों के द्वारा निकाली जाती है यहां पर महिलाएं नहीं जा पाती इसी उद्देश्य को लेकर महिला मंडल के द्वारा कावड़ यात्रा निकाली जाती है और भगवान का अभिषेक किया जाता है।
सावन का चौथा सोमवार
बालाघाट में भगवान शिव की उपासना का पर्व सावन भक्तिभाव से मनाया जा रहा है। आज 31 जुलाई को सावन के चौथे सोमवार पर बड़ी संख्या में भक्तगण, शिवालय पहुंचकर भगवान शिव की पूजा अर्चना करेंगे। कहा जाता है कि सोमवार का व्रत करने से सुख, समृद्धि और उन्नति की मनोकामना पूरी होती है। सावन सोमवार के दिन शिव पूजा जल्द फलित होती है। वैसे तो शिव जी एक लौटा जल से ही खुश हो जाते हैं लेकिन सावन सोमवार की पूजा में कुछ विशेष सामग्री का इस्तेमाल किया जाए तो मनचाहा वरदान मिलता है।
बालाघाट में शिवालयो में सावन के प्रथम सोमवार से ही शिवालयों में आराधना और उपासना का दौर प्रारंभ हो गया। वहीं इस दिन से शिवभक्त कांवड़ यात्रा भी निकालना शुरू कर देते है। बालाघाट जिले में कांवड़ यात्रा का सालों पुराना है, जब बालाघाट से इसकी शुरूआत की गई। मुख्यालय में श्री शिवसांई मंदिर से लेकर शंकरघाट स्थित शिव मंदिर और बालाघाट से लांजी स्थित कोटेश्वर धाम तक कांवड़ यात्रा सावन में की जाती है।
अधिमास के कारण इस वर्ष होंगे 8 सावन सोमवार
इस साल सावन में अधिकमास लगने के कारण सावन दो महीने का होगा। जिसमें कुल 8 सावन सोमवार होंगे। वैसे तो शिवजी की पूजा के लिए सोमवार का दिन समर्पित होता है. लेकिन सावन में पड़ने वाले सोमवार को महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन किए पूजा-व्रत से दोगुने फल की प्राप्ति होती है। सावन का महीना शंकर भगवान को समर्पित है। भगवान शिव की पूजा के लिए सावन का महीना बेहद खास होता है। सावन सोमवार के व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है। सावन सोमवार व्रत के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा विधि विधान से की जाती है।

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