वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत बोटेझरी स्थित प्राथमिक शाला के शिक्षक के द्वारा छात्रा से मारपीट करने का मामला 4 अक्टूबर को प्रकाश में आया है। मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षक रघुवीर मेश्राम के द्वारा कक्षा तीसरी की छात्रा नीतिका बागडे की पिटाई कर दी गई। इसमें बताया जा रहा है कि छात्र कुछ देर के लिए स्कूल में बेहोश भी हो गई थी और उसके सर पर बहुत ज्यादा मार लगने से एक बड़ी गुमड़ी आ गई है। जिससे आक्रोशित पालक और ग्रामीण छात्र को लेकर पुलिस थाना वारासिवनी पहुंचे जहां उनके द्वारा लिखित शिकायतकर मामले में कठोर कार्यवाही करने की मांग की गई है।
छात्र नीतिका बागडे ने बताया कि वह बोटेझरी की रहने वाली है उसे स्कूल के मेश्राम सर में मारे हैं। उसके द्वारा गलती की गई थी तो उसका बाल पड़कर पटके है पापा बाहर गए हुए हैं मैं कक्षा तीसरी में पढ़ती हूं रिपोर्ट करने के लिए थाने में आए हैं दोपहर करीब कि यह घटना है।
घायल के दादा शिवलाल बागडे ने बताया कि मैं घर में था बच्ची स्कूल गई थी क्या हुआ पता नहीं। एक लड़का बताते आया कि तुम्हारी नातिन को मास्टर ने मारा है तो मैं गया और देखा तो नातिन के सर पर घुमड़ी आ गई थी मुझे बहुत दुख हुआ की ऐसी क्या गलती कर दी कुछ गलती क्षमा करने लायक भी होती है। हम कार्यवाही करना चाहते हैं मालूम नहीं मेश्राम शिक्षक बोलते हैं।
ग्रामीण यशवंत झाड़ेकर ने बताया कि मोहल्ले की लड़की है यह स्कूल गई हुई थी तो वहां पर रघुवीर मेश्राम शिक्षक है उन्होंने बच्ची के बाल पड़कर बोर्ड पर पटक दिया। जिससे उसे बड़ी गुमडी आई है पहले इसकी शिकायत चार पांच बार जनपद शिक्षा केंद्र एवं संकुल में की गई है परंतु कुछ नहीं होता है तो हम थाने आए हुए हैं। बीआरसी को भी शिकायत करें है की इन पर कार्यवाही की जाए और उनका ट्रांसफर किया जाए हर 15 दिन में उनके द्वारा बच्चों के साथ मारपीट की जाती है और उनके स्कूल आने का कोई समय नहीं है।
शिक्षक रघुवीर मेश्राम ने दुरभाष पर चर्चा में बताया कि आज बच्चों का टेस्ट था तो यह बच्चों की बात चल रही थी। मैं बच्ची को खड़ा किया जिसके पीछे फर्श पर पानी गिरा था जिससे उसका पैर स्लिप हुआ और वह दीवाल में टकरा गई जिस कारण चोट आई है। यशवंत झड़ेकर का उनसे पुराना विवाद है दाखिल खारिज को लेकर वह फोटो खींचना चाहते थे हमने माना कर दिया था। पंचायत में भी यह बात हमने बताइए थी सभी आरोप निराधार है।
बीआरसी सत्येंद्र शरणागत ने दुरभाष पर चर्चा में बताया कि वह स्कूलों के निरीक्षण कार्यक्रम के तहत क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे। तभी घटना की जानकारी लगी तो मामले में जन शिक्षक को भेज कर घटना की जानकारी ली गई है। तत्काल मामले में शिक्षक रघुवीर मेश्राम को स्पष्टीकरण जारी कर दिया गया है जिसमें तीन दिवस का समय दिया गया है यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया जाता है तो अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को लिखा जाएगा। इस प्रकार बालक बालिकाओं से मारपीट बर्दाश्त नहीं की जायेगी।