बालाघाट(पदमेश न्यूज़)।वर्षों से लंबित अपनी विभिन्न सूत्रीय मांगे पूरी न होने से नाराज मनरेगा अभियंताओ ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सामूहिक रूप से कार्य बंद कर दिया है।जो गुरुवार से मनरेगा के तहत चलने वाले कार्य को बंद कर सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं।जिन्होंने वर्षों से लंबित अपनी 08 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपते हुए,उनकी सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किए जाने की गुहार लगाई है। गुरुवार की दोपहर कलेक्टर में सौंप गए इस ज्ञापन में उन्होंने मप्र शासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बताया कि वे अपनी इन मांगों को पूरा करने के लिए कई बार आवेदन निवेदन ज्ञापन सौंप चुके हैं। बावजूद इसके भी शासन द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जिसके चलते केवल बालाघाट जिला ही नहीं बल्कि संपूर्ण मध्य प्रदेश में अभियंताओं द्वारा सामूहिक अवकाश लेकर मनरेगा का कार्य बंद कर दिया गया है।जिसके चलते प्रदेश भर में मनरेगा के तहत होने वाली विभिन्न कार्य प्रभावित हो गए हैं।जिन्होंने ज्ञापन के माध्यम से उनकी समस्त मांगों को जल्द से जल्द पूरा किए जाने की गुहार लगाई है।इस दौरान मनरेगा अभियंता संघ मप्र क्षेत्रीय समन्वय इंजीनियर गजेंद्र कुमार कठाने,इंजी शेख सिद्दीक कुरैशी, इंजी सुमित प्रताप सिंह, इंजी अमित पांडे, इंजी विनय जायसवाल, इंजी कुंदन मुकाती, और इंजी आरडी किरार सहित जिले के सभी ब्लॉकों से आए संघ के पदाधिकारी, सदस्य व अन्य इंजीनियर प्रमुख रूप की उपस्थित रहे।
इन मांगों को लेकर सौपा ज्ञापन
सौपे गए ज्ञापन के दौरान संगठन द्वारा संविदा पारिश्रमिक की गणना नियुक्ति दिनांक की सेवा अवधी से करने, समकक्ष सेवा अवधि वाले नियमित उपयंत्री के वेतन के समतुल्य करने, वार्षिक वेतन वृद्धि दिए जाने के आदेश तत्काल जारी करने,मनरेगा उपयंत्री की मृत्यु होने पर आश्रितो को अनुकंपा नियुक्ति मिलने के आदेश तत्काल जारी करने,मनरेगा उपयंत्रियों को किसी भी प्रकरण में पद से पृथक ना करते हुए निलंबित किए जाने,जिला या प्रदेश स्तर पर आर.ई.एस. एवं मनरेगा के उपयंत्रियों की संयुक्त वरिष्ठता सूची अनुसार सहायक यंत्री के प्रभार दिए जाने, नियमित कर्मचारियों की भांति मनरेगा उपयंत्री हेतु उपादन ( ग्रेजुएटी) भुगतान के आदेश तत्काल जारी करने, 1 अगस्त 2023 के बाद मृत या सेवानिवृत हुए उपयंत्रियों को भी इसका लाभ देने, संविदा सेवा का नवीनीकरण 01 वर्ष नहीं 05 वर्ष की सी. आर. के आधार पर करने,ताकि वित्तीय वर्ष के आखिरी में उपयंत्रियों का शोषण ना हो, मनरेगा उपयंत्रियों से केवल और केवल तकनिकी कार्य ही कराये जाने,और मनरेगा के उपयंत्रियों को माह की प्रथम तारीख को वेतन देना सुनिश्चित करने,सहित वर्षों से लंबित अन्य मांगों को पूरे किए जाने की गुहार लगाई है।
शासन के सभी कार्य होंगे प्रभावित- कठाने
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान मनरेगा अभियंता क्षेत्रीय समन्वयक इंजीनियर गजेंद्र कुमार कठाने ने बताया कि मनरेगा उपयंत्री विगत कई वर्षो से विभिन्न संघठनो के बैनर में अपनी मांगो को लेकर शासन को अवगत कराते आ रहे है।लेकिन हमारी मांगो की पूर्ति न होकर मनरेगा उपयंत्री निरंतर शोषण का शिकार होता जा रहा है। जिसके चलते केवल बालाघाट जिला ही नहीं बल्कि संपूर्ण मध्य प्रदेश में अभियंताओं द्वारा सामूहिक अवकाश लेकर कार्य बंद कर दिया गया है।जिसके चलते शासन के मनरेगा संबंधित समस्त कार्य पूर्ण रूप से बंद हो गए हैं।पिछली बार जल जंगल जमीन जैसी योजना के लिए प्रदेश, पूरे देश में प्रथम आया था अभियंताओं के हड़ताल पर चले जाने से शासन के सभी कार्य रुक जाएंगे और इससे मनरेगा के सभी कार्यों में प्रभाव पड़ेगा।