सिवनी जिले के थाना धनौरा एवं धुमा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम में कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा गत दिवस गायों को काटकर वैनगंगा नदी किनारे फेंक दिया गया था। उक्त घटना के बाद से सर्व हिन्दु समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है। इस गौ हत्या के विरोध में विश्व हिन्दु परिषद, बजरंग दल, सर्व हिन्दु समाज लालबर्रा के द्वारा २२ जून को लालबर्रा बंद का आव्हान किया गया था और नगर मुख्यालय के समस्त व्यापारी एवं दुकानदारों से अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर समर्थन देने की मांग भी की गई थी। इस बंद के आव्हान पर सुबह के समय विश्व हिन्दु परिषद, बजरंग दल एवं सर्व हिन्दु समाज के पदाधिकारियों ने पुन: बाईक रैली निकालकर नगर मुख्यालय, तहसील पहुंच मार्ग, सिवनी मार्ग एवं अन्य मार्गोंमें पहुंचकर दुकानदारों से अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की और इस बंद को समस्त दुकानदार, व्यापारियों ने भी अपने-अपने प्रतिष्ठान व दुकाने बंद रखकर अपना समर्मन दिया है। साथ ही सुबह से बसों के पहिये भी थमे रहे। इस तरह से यात्री बसे नही चलने से यात्रीगणों को भी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा और इस लालबर्रा बंद के दौरान मेडिकल, पेट्रोल पंप सहित अन्य इमरजेंसी सेवाओं को छोडक़र सभी दुकानें व प्रतिष्ठान पूर्णत: बंद रहे। जिसके कारण नगर मुख्यालय शाम तक सुनसान नजर आया और पुलिसकर्मी भी चौक-चौराहों में मुस्तैद रहे। वहीं विश्व हिन्दु परिषद, बजरंग दल एवं सर्व हिन्दु समाज संगठन के द्वारा सिवनी जिले के अंतर्गत आने वाले धनौरा एवं धुमा थाना क्षेत्र मेें ५४ गायों की हत्या के विरोध एवं इस घिनौनी कृत्य करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार का सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर २२ जून को लालबर्रा मुख्यालय शांतिपूर्ण बंद करने का आव्हान किया गया था जो सफल रहा और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर सर्व हिन्दु समाज के द्वारा गौ हत्या करने वाले असामाजिक तत्वों पर कठोर से कठोर कार्यवाही किये जाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
यह है मामला
आपकों बता दे कि सिवनी जिले के थाना धनौरा एवं धुमा थाना क्षेत्र में गत दिवस लगभग ५४ गाय की धारदार हथियार से हत्या कर उन्हे नदी किनारे फेंक दिया गया था जिससे सर्व हिन्दु समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है और इस घटना के विरोध में विश्व हिन्दु परिषद, बजरंग दल एवं सर्व हिन्दु समाज के द्वारा २२ जून को लालबर्रा सहित संपूर्ण बालाघाट जिला बंद का आव्हान किया गया था। गौहत्या की घटना के विरोध मेें लालबर्रा नगर मुख्यालय के सभी छोटे-बड़े दुकानदार एवं व्यापारियों ने अपनी दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रखे और इस घटना की निंदा करते हुए शासन-प्रशासन आरोपियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। वहीं किसी अप्रिय घटना घटित न हो उसे टालने के लिए नगर मुख्यालय के बस स्टैण्ड, मजार के पास सहित अन्य स्थानों पर पुलिस तैनात रही।
इमरजेंसी सेवाएं रही चालू, बसों के थमे रहे पहिये
लालबर्रा नगर बंद के आव्हान के अवसर पर २२ जून को इमरजेंसी सेवाए मेडिकल, अस्पताल, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी सहित अन्य को छोडक़र सभी तरह की दुकानें एवं प्रतिष्ठान बंद रहे तो वहीं यात्री बसों के पहिये भी थमे रहे। यात्री बसे नही चलने के कारण जिन लोगों को पता नही था कि आज लालबर्रा बंद है ऐसे यात्रीगण अपने गतव्य की ओर जाने के कारण बस स्टैण्ड पहुंचे थे। तबउन्हे पता चला कि सिवनी जिले में हुई गौहत्या के विरोध में लालबर्रा बंद के साथ ही बसे भी नही चल रही है। वहीं बसे नही चलने के कारण बालाघाट, वारासिवनी पढ़ाई करने जाने वाले छात्र-छात्राओं एवं जिन्हे अन्य जिले व क्षेत्र में किसी काम से जाना था उन्हे खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा।