हाई कोर्ट ने बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की जिंदगी पर बनी फिल्म ‘न्याय: द जस्टिस’ की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, फिल्म के लीड एक्टर जुबेर खान ने इस फैसले पर अपनी खुशी जाहिर की और बताया कि इस फैसले के बाद वे काफी वक्त तक अपने आंसू रोक नहीं पाए थे। साथ ही उन्होंने फिल्म से जुड़ी कुछ और खास बातें भी शेयर की।
ये एक इंस्पिरेशनल स्टोरी है: जुबेर
जुबेर कहते हैं, “जैसे ही फिल्म रिलीज होने का कोर्ट का आदेश आया, वैसे ही मैं रोने लग गया। यकीन मानिये काफी वक्त तक मैं अपने आंसू रोक नहीं पाया था। इस फिल्म के लिए मैंने बहुत मेहनत की है और मैं चाहता हूं कि मेरी मेहनत स्क्रीन पर रंग लाए। मैं सुशांत सिंह राजपूत का बहुत बड़ा फैन हूं और ये फिल्म मेरी तरफ से उनके लिए ट्रिब्यूट है। ये एक इंस्पिरेशनल स्टोरी है और इस पुरी फिल्म में, मैंने कहीं भी उनकी नकल नहीं की है। अपनी एक्टिंग के जरिये से मैं लोगों को उनकी कहानी दिखाने का प्रयास कर रहा हूं।”
‘न्याय’ के अलावा इस साल जुबेर की 3-4 और फिल्में रिलीज होने को हैं
जुबेर आगे कहते हैं, “जब इस फिल्म की रोक पर याचिका दायर की गई थी, तब मुझे काफी दुख हुआ था। कुछ लोगों को फिल्म के कांसेप्ट को लेकर कन्फूशन था। इस फैसले से मेरे दूसरे प्रोजेक्ट पर भी असर हो रहा था। इस साल, ‘न्याय’ के अलावा मेरी 3-4 और फिल्में रिलीज होने को हैं। हालांकि अब जब यह फिल्म रिलीज होने के लिए तैयार है तो मुझे यकीन है कि मेरे बाकी दूसरे प्रोजेक्ट भी आसानी से आगे बढ़ेंगे।”
जुबेर सुशांत को अपनी तरफ से श्रद्धांजलि देना चाहते थे
फिल्म के बारे में जुबेर बताते हैं, “मैंने तकरीबन 3 महीने इस फिल्म को दिए हैं। इस किरदार के लिए कई सारे वर्कशॉप किए और काफी मेहनत भी की है। सुशांत से मैं काफी इंस्पायर्ड था। जब उनकी मौत हुई तो मुझे बहुत बड़ा धक्का लगा था। मैं उन्हें अपनी तरफ से श्रद्धांजलि देना चाहता था, फिर चाहे वो इस फिल्म के जरिये ही क्यों ना हो। शूटिंग के दौरान, मैं कई बार रोया हूं। सुशांत की यादें आज भी मेरे जहन में तरोताजा हैं। मैं बहुत दिल से चाहता था कि लोग ये फिल्म देखें और आखिरकार मेरा ये सपना अब पूरा होता नजर आ रहा है।”
जुबेर ने ऑडियंस से रिक्वेस्ट की कि मेरे किरदार को जज ना करें
जुबेर ने बातों ही बातों में ऑडियंस से अपील की कि वे फिल्म में उनके किरदार को जज ना करें। इस बारे में वे कहते हैं, “देखिए, यदि ऑडियंस इसे सुशांत सिंह राजपूत की कहानी से रिलेट करे तो इसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है। हालांकि मैं उनसे बस यही रिक्वेस्ट करूंगा कि वे मेरे किरदार को जज ना करें। ये बायोपिक नहीं है बल्कि इंस्पिरेशनल स्टोरी है। मैंने उन्हें कॉपी नहीं किया है, वो एक लीजेंड थे और उन्हें तो कोई कॉपी नहीं कर सकता है। जो उनके साथ हुआ, हमने वही दिखाने की कोशिश की है। जिस तरह हमारी फिल्म को न्याय मिला है, हम चाहते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत को भी ज्लदी से न्याय मिले।”
जुबेर ने फिल्म के लिए दो क्लाइमेक्स सीन शूट किए हैं
माना जा रहा है कि फिल्म की कहानी सुशांत सिंह राजपूत की मौत के इर्द गिर्द ही है। पिछले साल हुई सुशांत की मौत पर अब भी कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। ऐसे में फिल्म में सुशांत को किस तरह न्याय दिया गया? इस सवाल पर जुबेर कहते हैं, “मैंने फिल्म के लिए दो क्लाइमेक्स सीन शूट किए हैं- मर्डर और सुसाइड। अब ये मेकर्स तय करेंगे कि वे इसमें सुशांत को किस तरह से न्याय मिलता दिखाएंगे। यकीन मानिये, मेरे लिए भी ये सस्पेंस ही है। जब फिल्म रिलीज होगी, तब इस सस्पेंस से पर्दा उठेगा।”
सुशांत के पिता ने फिल्म के खिलाफ याचिका दायर की थी
सुशांत के पिता के.के. सिंह ने बेटे के ऊपर बन रही फिल्म के खिलाफ याचिका दायर की थी। याचिका में एक्टर के पिता ने किसी को भी फिल्म में उनके बेटे का नाम अथवा इससे मिलते जुलते नाम के इस्तेमाल को रोकने का आग्रह किया था। हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी है।