लालबर्रा (पदमेश न्यूज)। शिक्षा के क्षेत्र में शासन के द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित कर शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है और दूर दराज के गांव में माध्यमिक स्कूल होने के बाद दुर हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल होने पर बहुत से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई छुट जाती थी और वे आगे की पढ़ाई नही कर पाते थे। उनकी समस्या का समाधान करने के लिए लालबर्रा विकासखंड में हाई से हायर सेकेण्डरी स्कूल का पूर्व में उन्नयन किया गया है। लेकिन उन्नयन के बाद भी स्कूलों को नवीन भवन नही मिल पाया है। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत बघोली स्थित शासकीय हाई स्कूल का सामने आया है जहां १२ वर्ष पूर्व वर्ष २०१३ में हायर सेकेण्डरी स्कूल में उन्नयन हुआ है परन्तु अब तक हायर सेकेण्डरी स्कूल का भवन का निर्माण तक नही किया गया। जिसके कारण भवन की कमी एवं अन्य सुविधाओं के अभाव में छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं को अध्यायपन कार्य करवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं भवन के अभाव में बरामदे एवं स्टाप रूम में बैठकर विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे है जिससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। जबकि लंबे समय से स्थानीय जनप्रतिनिधि, अभिभावक एवं स्कूल प्रशासन के द्वारा हायर सेकेण्डरी स्कूल के लिए नवीन भवन का निर्माण हेतु पुर्व केबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन, वर्तमान सांसद श्रीमती भारती पारधी एवं विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे एवं जिला प्रशासन से गुहार लगा चुके है। लेकिन स्कूल उन्नयन हुए १२ वर्ष हो जाने के बाद भी अब तक नवीन भवन नही बना है। जिसके कारण छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं समाचार लिखे जाने तक नवीन अतिरिक्त कक्ष की स्वीकृति के संबंध में कोई जानकारी नही थी परन्तु देरशाम प्रभारी मंत्री, म.प्र. स्कूल शिक्षा विभाग मंत्री उदयप्रताप सिंह के द्वारा शास. उमावि. बघोली में अतिरिक्त कक्ष की स्वीकृति का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है परन्तु उसकी अब तक अधिकारिक रूप से पुष्टि नही हो पाई है।
वर्ष २०२५-२६ में २३३ विद्यार्थी दर्ज
बघोली स्थित हाई स्कूल का वर्ष २०१३ में हायर सेकेण्डरी स्कूल में उन्नयन हुआ है परन्तु हाई स्कूल भवन में ही हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित की जा रही है और नवीन भवन नही बनने के कारण कक्षा ९ से १२ वीं तक की कक्षाएं तीन कमरे, १ बरामदे में संचालित की जा रही है। वहीं स्कूल में कमरे के अभाव के कारण छात्र-छात्राओं को बरामदे व स्टाप रूम में बैठकर पढ़ाई करना पड़ रहा है। जबकि वर्ष २०२५-२५ मेेंं स्कूल में कक्षा ९ से १२ वीं तक की कक्षा में कुल २३३ छात्र-छात्राएं दर्ज है एवं १ प्राचार्य, १७ शिक्षक-शिक्षिकाएं पदस्थ है। जिनके द्वारा अध्यापन कार्य करवाया जा रहा है एवं विद्यार्थी शिक्षा भी प्राप्त कर रहे है परन्तु कमरे के अभाव में एक कमरे में दो कक्षाएं संचालित की जाती है। ऐसी स्थिति में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है। वहीं लंबे समय से छात्र-छात्राएं, ग्रामीणजन एवं स्कूल प्रबंधन के द्वारा नवीन भवन का निर्माण करवाने की मांग कर रहे है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। स्कूल के छात्र-छात्राएं, अभिभावक एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बघोली हायर सेकेण्डरी स्कूल का भवन स्वीकृत करवाकर जल्द निर्माण करवाये जाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
चर्चा में स्कूल प्राचार्य शिवचरण मरावी ने बताया कि वर्ष २०१३ में हाई से हायर सेकेण्डरी स्कूल में उन्नयन हुआ है लेकिन अब तक हायर सेकेण्डरी स्कूल का भवन नही बना है और पर्याप्त कमरे नही होने के कारण शिक्षा अध्यापन कार्य करवाने में परेशानी होती है एवं लंबे समय से नवीन भवन निर्माण करवाने की मांग कर रहे है। वहीं अतिरिक्त कक्ष स्वीकृत होने का सोशल मीडिया में वायरल हो रहे पत्र के संबंध में जब श्री मरावी से चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि अतिरिक्त कक्ष स्वीकृत होने का पत्र अधिकारिक रूप से हमें प्राप्त नही हुआ है।