नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC बैंक ने देश में स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रहा है। बैंक ने स्टार्ट-अप और एकल उद्यमियों से आवेदन स्मार्टअप अनुदान के लिए आमंत्रित किए हैं। इस साल, HDFC बैंक स्टार्ट-अप पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो शिक्षा – टैक्नोलॉजी (एड-टेक) और कौशल विकास जैसे सेक्टर्स में बड़े पैमाने पर सामाजिक प्रभाव डालेगा। स्टार्ट-अप की स्क्रीन, मेंटर और मॉनीटर करने के लिए, एचडीएफसी बैंक ने नौ स्टार्ट-अप इन्क्यूबेटरों के साथ भागीदारी की है, जो भारत सरकार की MeitY प्लेटफॉम में रजिस्टर्ड हैं। ये 09 इनक्यूबेटर प्रीमियर संस्थानों से हैं और इसमें शामिल हैं:- आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बीएचयू, एआईसी BIMTECH नोएडा, आईआईएम काशीपुर, GUSEC गुजरात, C-CAMP बैंगलोर, बनस्थली यूनिवर्सिटी जयपुर, विल्लोरो इनक्यूबेशन चेन्नई, और टी हब हैदराबाद।
HDFC स्मार्टअप अनुदान के लिए कैसे आवेदन करें?
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के प्लेटफॉर्म पर होस्ट किए गए SmartUp पोर्टल के जरिए बैंक और इनक्यूबेटर संयुक्त रूप से स्टार्ट-अप के साथ जुड़ेंगे।
- इसके अलावा, बैंक के इनक्यूबेटर पार्टनर्स और स्मार्टअप टीम संयुक्त रूप से स्टार्ट-अप के लिए स्काउट करेंगे।
- सामाजिक प्रभाव बनाने वाले स्टार्ट-अप यहां क्लिक करके आवेदन भेज सकते हैं।
- इनक्यूबेटर साझेदार स्क्रीनिंग करेंगे और एप्लिकेशन को शॉर्टलिस्ट करेंगे और स्मार्टअप टीम फाइनलिस्ट का चयन करेगी।
- फाइनलिस्ट, बैंक के सीनियर मैनेटमेंट के एक निर्णायक मंडल को अपने स्टार्ट-अप्स को पिच देंगे।
- एप्लिकेशन विंडो 16 फरवरी, 2021 को खुलेगी और बंद होगी।
HDFC स्मार्टअप अनुदान के लिए मूल्यांकन मानदंड क्या है?
- बाजार की पहुंच, पैठ और उत्पाद की मापनीयता
- लाभार्थियों के जीवन में सामाजिक प्रभाव
- पैमाने पर उत्पाद की आर्थिक व्यवहार्यता
कंपनी ने कहा कि परिर्वतन के तहत एचडीएफसी बैंक द्वारा स्मार्टअप ग्रांट, बैंक की अंब्रेला सीएसआर ब्रांड का उद्देश्य सामाजिक मुद्दों को पहचानना और देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान करने के लिए लॉन्ग टर्म, स्थायी समाधानों को खोजना और उसका निदान करना है।