इसे कार्य में लापरवाही कहें या फिर जानकारी का अभाव कि अब संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश शासन द्वारा उन चिकित्सकों को भी अस्पताल में उपस्थित रहने की सूचना जारी की गई है जो स्वर्ग सिधार चुके हैं।
मध्यप्रदेश शासन संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा पूर्व में दिवंगत हो चुके चिकित्सक को 7 दिनों के भीतर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से न सिर्फ संपर्क करने को कहा गया है
बल्कि सीएचएमओ से संपर्क कर उन्हें 7 दिनों के भीतर दोबारा कार्य में उपस्थित होने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।
जारी किए गए इन निर्देशों में स्पष्ट कहा गया है कि यदि वे 7 दिनों के भीतर 26 मई तक सीएचएमओ से संपर्क कर कार्य पर उपस्थित नहीं होते तो शासन द्वारा एकपक्षी कार्यवाही कर उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
आपको बताए कि संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश शासन द्वारा लंबे समय से विभिन्न शासकीय अस्पतालों में अनुपस्थित रहने वाले करीब 162 चिकित्सकों की एक लिस्ट जारी की गई है। जिसमें बालाघाट जिला चिकित्सालय में पदस्थ 4 चिकित्सकों के नाम भी नाम शामिल है।
जिसमें से 3 चिकित्सक तो लंबे समय से रोजाना अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन एक अन्य चिकित्सक की पूर्व में ही मृत्यु हो चुकी है। उनका नाम भी सार्वजनिक सूचना में प्रकाशित कर मृतक चिकित्सक को भी 7 दिनों के भीतर कार्य में उपस्थित होने को कहा गया है वहीं इन 7 दिनों के भीतर कार्य पर उपस्थित ना होने पर उनकी सेवाएं समाप्त की जाने की चेतावनी दी गई है।
कार्य में लापरवाही और जानकारी के अभाव के चलते संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2019 तक जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ रामजी सिसोदिया को भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज पांडे से मुलाकात कर, कार्य में उपस्थित होने को कहा गया है वहीं मृतक चिकित्सक के 7 दिनों के भीतर कार्य में उपस्थित ना होने पर उनकी सेवाएं समाप्त किए जाने की चेतावनी दी गई है जबकि डॉ सिसोदिया वर्ष 2019 में ही वीआरएस ले चुके हैं।
जिसके कुछ महीनों बाद ही उनकी मृत्यु हो गई थी, अब उसी मृतक चिकित्सक का नाम भी सार्वजनिक सूचना में प्रकाशित कर उन्हें पुनः कार्य पर उपस्थित होने कहा गया है।