24 घंटे से लापता अपाला अकैडमी कोचिंग के संचालक नारायण बोपचे का शव बैनगंगा नदी से बरामद-

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बालाघाट/ नगर से करीब 5 किलोमीटर दूर बैनगंगा नदी के आमाघाट में आज दोपहर में उस समय सनसनी फैल गई। जब 24 घंटे से लापता नगर की अपाला एकेडमी कोचिंग के संचालक नारायण बोपचे का शव इस नदी किनारे देखा गया और देखते-देखते लोगों का लग गया। सूचना मिलते ही नगर पुलिस अधीक्षक वैशाली सिंह, नगर निरीक्षक विजय राजपूत के अलावा अन्य पुलिस अधिकारीयो ने मौके पर जांच पड़ताल शुरू की। नारायण बोपचे का शव नदी किनारे अंडरवियर और बनियान पर ही था। नारायण बोपचे का शव जहा पड़ा हुआ था। वहां से 15 फीट दूरी पर उनकी टी शर्ट, चप्पल, चश्मा, मोबाइल और गमछा पड़ा हुआ था। शव के बाजू में ही पेंट पड़ा हुआ था।जिसकी जेब से पुलिस ने 11 पेज का सुसाइट नोट जप्त किया गया है। वहीं थैली में सल्फास की10 टेबलेट एक डिब्बी भी जप्त की गई है। नारायण बोपचे के जहरीली वस्तु सल्फास का सेवन कर आत्महत्या की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होने की संभावना है।

गोंदिया रोड पर है अपाला कोचिंग अकेडमी

प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के वार्ड नंबर24 सुरभि नगर निवासी नारायण बोपचे मेन रोड स्थित अपाला कोचिंग एकेडमी के संचालक थे उनका यह शिक्षण संस्थान पिछले कई वर्षों से नगर में संचालित है। जिनके परिवार में पत्नी इंदु बोपचे और एक बेटा एक बेटी के अलावा माता-पिता भी है। नारायण बोपचे की पत्नी इंदु बोपचे केंद्रीय विद्यालय बड़कुही जिला छिंदवाड़ा में शिक्षिका है। जो गर्मी की छुट्टी में अपने घर सुरभि नगर आई हुई है।

घर से कोचिंग सेंटर गये थे नारायण बोपचे- वापस नहीं पहुंचे अपने घर

9 जून को सुबह 8:00 बजे नारायण बच्चे अपने घर से मोटरसाइकिल में कोचिंग सेंटर गए थे जिन्होंने 8:30 बजे करीब अपने कोचिंग सेंटर के सामने चाय दुकान से चाय भी पी और उसके बाद करीब 10:00 बजे नारायण बोपचे मोटरसाइकिल में अपनी कोचिंग सेंटर से निकले थे। इसी बीच नारायण बोपचे से उनकी पत्नी इंदु बोपचे ने
मोबाइल से बात भी की किंतु उसके बाद नारायण बोपचे ने मोबाइल रिसीव नहीं किया। शाम को नारायण बोपचे अपने घर सुरभि नगर नहीं पहुंचे। इसी दौरान आंधी तूफान और पानी गिरने के कारण परिवार के लोग सोचे की वे कहीं रुक गए होंगे। किंतु देर रात तक भी नारायण बोपचे अपने घर नहीं पहुंचे और अपने कोचिंग सेंटर में भी नहीं थे। नारायण बोपचे को उसके परिवार और परिचितों ने रात्रि में शहर में उनके परिचितो के घर जाकर पूछताछ किये फोन लगाए किंतु नारायण फोन नहीं उठा रहे थे।

घर नहीं पहुंचने पर पत्नी ने की थी कोतवाली में रिपोर्ट

10 जून को सुबह भी नारायण बोपचे अपने घर नहीं पहुंचे। इसके बाद नारायण बोपचे की पत्नी इंदु बोपचे ने कोतवाली पहुंचकर अपने पति नारायण बोपचे के गुम होने की रिपोर्ट की थी । कोतवाली पुलिस ने गुम इंसान कायम किये। 11बजे करीब साइबर सेल को नारायण बोपचे का मोबाइल लोकेशन बैनगंगा नदी के आमाघाट के आसपास मिला। इसके बाद बैनगंगा नदी किनारे और आसपास जंगल मे तलाश शुरू की गई।

लापता नारायण बोपचे की आमाघाट बैनगंगा नदी में मिली लाश

इसके बाद विक्रम सिंह भूते और आनंद असाटी सहित अन्य लोग आमघाट बैनगंगा नदी के आसपास खोजबीन कर रहे थे ।तभी आमाघाट मे बैनगंगा नदी किनारे नारायण बोपचे की मोटरसाइकिल खड़ी पाई गई। इसके बाद शंका होने पर बैनगंगा नदी किनारे खोजबीन करने पर नदी के किनारे ही नारायण बोपचे का औंधा करवट लिए शव दिखाई दिया। इसी के साथ ही खबर मिलते ही मौके पर दर्जनों लोगों का हुजूम लग गया। सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डाबर ,नगर पुलिस अधीक्षक वैशाली सिंह, नगर निरीक्षक विजय राजपूत, उप निरीक्षक प्रदीप बघेल के अलावा अन्य पुलिस कर्मचारी के अलावा एफ एस एल टीम से वैज्ञानिक गौतम मेश्राम उप निरीक्षक मनोज तरवरे, फोटोग्राफर लोकेश चौकसे ने बैनगंगा नदी के आमाघाट पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू की ।

11 पेज का सुसाइड नोट और सल्फास टैबलेट की एक डिब्बी की गई जप्त

नारायण बोपचे की मौत पूरी संदिग्ध बनी हुई है।मोके पर उनके शरीर पर बनियान और अंडरवियर ही थे। पास में ही पेंट पड़ा हुआ था जबकि यहां से कुछ दूर नारायण बोपचे की पीली टी-शर्ट चश्मा मोबाइल गमछा चप्पल एक थैला पड़ा हुआ था। शव निरीक्षण के दौरान पुलिस टीम ने नारायण बोपचे के पेंट की जेब से 11 पेज का सुसाइड नोट जप्त किया है।वही थैली में सल्फास की 10 टेबलेट की एक डिब्बी पाई गई।जिसमें दो टैबलेट नहीं थी। सल्फास की डिब्बी में आठ टैबलेट थी। नारायण बोपचे के 11 पेज के इस सुसाइड नोट में लेनदेन का उल्लेख किया गया है। मौत का यह मामला डबल मनी से जुड़े होने की संभावना व्यक्ति जा रही है।

सल्फास की दो टैबलेट का किया सेवन

संभवत नारायण बोपचे ने सल्फास की टैबलेट का सेवन किया। प्रथम दृष्टि में नारायण बोपचे के द्वारा सल्फास की दो टैबलेट का सेवन कर आत्महत्या किया जाना माना जा रहा है किंतु पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस ने मौके पर शव पंचनामा कार्यवाही पश्चात नारायण बोपचे का शव जिला अस्पताल भिजवाया पोस्टमार्टम करवा कर उनके परिजनों को सौप दिया गया है और धारा 194 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 के तहत मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।

मर्ग कायम कर जांच की जा रही है-
नगर पुलिस अधीक्षक वैशाली सिंह

नगर पुलिस अधीक्षक वैशाली सिंह ने पदमेश न्यूज़ को बतायी कि नारायण बोपचे अपाला अकेडमी के संचालक की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। 3,4 बजे के आसपास सूचना मिली कि आमाघाट में एक बॉडी मिली है। जिसकी पुष्टि कराई गई तो उन्हीं की बॉडी थी। अभी मर्ग कायम किया गया है। मर्ग जांच की जा रही है। सुसाइड नोट कागज मिले हैं उसकी जांच की जा रही है। देखते हैं उसमें क्या निकलता है। पीएम रिपोर्ट वेरीफाई की जाएगी की मौत किस कारण से हुई है।

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