प्रशासन की वादा खिलाफी के चलते एक बार फिर ग्रामीणों का आक्रोश देखा जा रहा है ।यह मामला वारासिवनी तहसील के ग्राम पंचायत एकोडी के अंतर्गत आने वाले उमरटोला का है। जहां पर 3 किलोमीटर सड़क नहीं बन पाने के कारण पिछले एक माह पूर्व ग्रामीणों के द्वारा रैली निकाल कर दीनी पूनी मार्ग में चक्का जाम किया गया था। जिसके चलते जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को आश्वासन देने पर चक्का जाम को समाप्त किया गया था। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से पुन एक बार फिर आंदोलन के लिए ग्रामीण बाध्य हो गया ।जहां पर ग्रामीणों के द्वारा कहा गया कि सड़क नहीं तो वोट नहीं।
आपको बताये कि वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत एकोड़ी के ग्रामीण के द्वारा 3 किलोमीटर सड़क बनाने की मांग को लेकर सांसद विधायक और जिला प्रशासन को कई बार गुहार लगाई गई ।जिनके द्वारा आश्वासन देने के बाद भी सड़क नहीं बन पाई। सड़क अब ऐसी स्थिति में है लोगों को आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस रास्ते में उमरटोला , दंदूटोला, पुसुटोला, एकोड़ी, आलेझरी, रेंगाटोला, कासपुर, के ग्रामीण और स्कूली छात्र-छात्राएं आना-जाना करते हैं। खराब सड़क की वजह से कई बार दुर्घटनाओं भी हो चुकी है। इस परेशानी को देखते हुए 8 अगस्त को ग्रामीणों के द्वारा चक्का जाम कर प्रशासन का ध्यान आकर्षण करवाया था लेकिन प्रशासन के आश्वासन के बाद में ग्रामीणों के द्वारा चक्का जाम समाप्त कर दिया गया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीण फिर से आंदोलन करने के लिए बाध्य हो गए है।
ग्रामीणों में आक्रोश विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने के लिए चेतावनी=विनोद भारती
ग्रामीण विनोद भारती ने बताया कि सड़क में बहुत परेशानी है सड़क बनाने को लेकर चक्का जाम भी किया गया था और शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षण कराया गया था चक्काजाम के दौरान वारासिवनी एसडीएम मैडम के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि सड़क का मद परिवर्तन कर सड़क शीघ्र बनाया जाएगा लेकिन अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। सड़क का मद परिवर्तन हुआ या नहीं हुआ। प्रशासन के द्वारा एक सप्ताह के भीतर सारी कार्रवाई पूर्ण करने की बात कही गई थी। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है ग्रामीण जनता मैं बहुत ही आक्रोश है ग्रामीणों का कहना है कि अब सड़क नहीं बनी तो आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
सड़क से गुजरना मुश्किल होता है = येसूला बाई
ग्रामीण महिला येसुला बाई ने बताया की सड़क में चलने में बहुत परेशानी होती है रात के समय सड़क से गुजरना तो बहुत ही परेशानी भरा वाला सफर रहता है। हम लोगों के द्वारा सड़क बनाने को लेकर चक्काजाम भी किया गया था। की सड़क जल्दी ही बन जाए लेकिन अभी तक ऐसा कुछ समझ में नहीं आ रहा है सड़क की परेशानी तो काफी सालों की है सड़क बना बहुत जरूरी है शासन प्रशासन के द्वारा आश्वासन देने के बाद भी अभी तक सड़क को लेकर कोई प्रयास नहीं किया गया।
सड़क नहीं तो वोट नहीं= कीर्तन बाई कटरे
कीर्तन बाई कटरे ने बताया कि सड़क के लिए काफी सालों से परेशान है आवेदन निवेदन करने के बाद भी जिला प्रशासन के द्वारा सड़क बनाने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया सड़क निर्माण की मांग को लेकर जहां पर आश्वासन दिया गया था कि शीघ्र ही सड़क बन जाएगी लेकिन अभी तक सड़क नहीं बन पाई है। उन्होंने आगे कहा कि सड़क बनती है तो वोट करेंगे ,नहीं तो सीधा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
15 साल से 3 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए शासन प्रशासन कर रहे मांग= मनोज पटले
मनोज पटेल ने बताया कि 15 सालों से 3 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए शासन प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके है। आवेदन निवेदन करने के बाद भी सड़क नहीं बनने के कारण मजबूरी में ग्रामीणों के साथ चक्का जाम करना पड़ा। जिस पर वारासिवनी एस डी एम महोदय के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि सड़क का मद परिवर्तन कर शीघ्र ही निर्माण किया जाएगा। लेकिन हालात आज भी जस के तस बने हुए हैं। हमारा सिर्फ रोड का ही मुद्दा है रोड नहीं बनती तो चुनाव का बहिष्कार करेंगे शासन प्रशासन के द्वारा आश्वासन देने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में ग्रामीणों के द्वारा बैठक भी ली गई है सड़क नहीं बनती तो सीधा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।