35 ऑक्सीजन लेवल होने पर किया था भर्ती; बुजुर्ग गुड्डीबाई दो महीने अस्पताल में भर्ती रहीं, जिंदगी की जंग जीतकर घर गईं

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60 साल की उम्र। ऑक्सीजन लेवल 35 पर पहुंच गया। एक समय लगा कि सबकुछ खत्म होने वाला है। डॉक्टरों को भी उम्मीद नहीं थी। मगर 2 महीने बाद वह मुस्कुराते हुए अस्पताल से अपने घर गईं। यह जीत हौसलों की। अशोकनगर की रहने वाले गुड्‌डी बाई (60) दो महीने तक अस्पताल में कोरोना से लड़ती रहीं। आखिरकार वह यह जंग जीत लीं।

अशोकनगर के ग्राम रावसर जागीर की रहने वाली 60 वर्षीय गुड्डीबाई पत्नी भागवत सिंह को 27 अप्रैल को गंभीर हालत गुना के जिला सरकारी अस्पताल रैफर किया गया था।

गुना अस्पताल के कोविड प्रभारी डॉ. सुनील यादव ने बताया, उनकी हालत काफी गंभीर थी। परिजन पहले निजी अस्पतालों में भी ले गए, लेकिन वहां उन्हें भर्ती करने से मन कर दिया गया। जब वे जिला अस्पताल पहुंची तो उनका ऑक्सीजन लेवल 35 पर था। काफी हांफ रही थीं। डॉक्टर खगेन्द्र ने उनकी मेडिकल हिस्ट्री लेकर इलाज शुरू किया। तत्काल उन्हें ऑक्सीजन युक्त बेड पर ले जाया गया। यहाँ ऑक्सीजन लगाने के बाद उनका ऑक्सीजन लेवल 70 तक पहुंचा। 15-20 दिन तक ऑक्सीजन लेवल 70 ही बना रहा।

उनको रेमेडेसिविर इंजेक्शन के पूरे डोज लगाए गए। जब उनके फेफड़ों का X-ray लिया गया तो वह भी काफी खराब आया था। दवाएं दी गईं, जिससे सुधार होने लगा। 5 दिन बाद उनका ऑक्सीजन लेवल 90 पर पहुंचा। बीच में उनके WBC भी काफी बढ़ गए थे। इसके उपचार के लिए भी नियमित दवाइयां दी गयीं। पूरा इलाज ऑक्सीजन बेड पर सामान्य वार्ड में ही किया गया।

खुद ने रखी दृढ़ इच्छाशक्ति
डॉक्टर सुनील यादव ने बताया की अमूमन इतने लंबे समय तक अस्पताल में रहने पर मरीज हताश हो जाता है, लेकिन गुड्डीबाई ने खुद को मजबूत बनाए रखा। उन्होंने कभी खाने पीने में आनाकानी नहीं की। वे नियमित समय पर भोजन लेती रहीं। वहीं साफ़ सफाई का भी उन्होंने काफी ध्यान रखा। एक मिनट के लिए भी ऑक्सीजन नहीं निकला। रोज सुबह कुछ देर के लिए योग भी किया। अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत ही वे पूरी तरह स्वस्थ हो पाई हैं।

नस स्टाफ इंचार्ज सिस्टर नमिता खांडेकर ने बताया की डॉक्टरों के मार्गदर्शन में उनका पूरा ख्याल रखा गया। तय समय पर दवा और खाना उन्होंने लिया।

अब ऑक्सीजन लेवल 97 पर

डॉ. सुनील यादव ने दो महीने बाद मरीज का सीटी स्कैन आदि कराकर उन्हें जिला अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। इस दौरान उनका ऑक्सीजन लेवल 97 रहा। बकौल, डॉ. यादव के अनुसार यह हमारे बड़ी खुशी का दिन था कि रविवार को एक गंभीर मरीज ठीक होकर अपने घर पहुंचा।

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