एक आदिवासी लड़की को शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने और शादी नहीं करने पर लड़की द्वारा रिपोर्ट करने के बाद भाग रहे युवक को गढ़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गिरफ्तार युवक विवेक पिता विनोद परवार 26 वर्ष ब्राह्मण टोला कुकर्रा निवासी को बालाघाट की विद्वान अदालत में पेश कर दिया गया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह 22 वर्षीय आदिवासी लड़की विवेक परवार को 4,5 वर्ष से पहचानती है और दोनों आपस में बातचीत करते रहते थे। विवेक परवार इस लड़की को शादी करने का झांसा दिया करता की वह उससे शादी करना चाहता है और यह लड़की विवेक परवार के झांसे में आ गई।15 जून 2022 कि रात 10:00 बजे विवेक परवार ने इस लड़की को अपने घर बुलाया और शादी का झांसा देकर उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाएं। इसके बाद जब भी विवेक परवार को मौका मिलता इस लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाते रहता था। हाल ही में 28 मार्च 2024 की रात्रि 10:00 बजे विवेक परवार ने पुन इस लड़की को अपने घर बुलाकर उसे शादी करने का झांसा देकर के उसके साथ शारीरिक संबंध बनाएं। लड़की ने जब विवेक परवार को शादी करने के लिए बोली तब विवेक परवार ने लड़की को शादी करने से मना कर दिया। लड़की ने विवेक परवार को शादी करने बहुत मनाई किंतु वह शादी करने तैयार नही हुआ। इस प्रकार विवेक परवार ने इस आदिवासी लड़की को शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाएं किंतु शादी नहीं किया।विवेक परवार द्वारा शादी नहीं करने पर यह लड़की 22 अप्रैल की रात्रि 9:00 बजे रिपोर्ट करने के लिए गढ़ी पुलिस थाना पहुंची। गढ़ी पुलिस ने इस 22 वर्षीय लड़की द्वारा की गई रिपोर्ट पर विवेक परवार के विरुद्ध धारा 376 376(2)एन भादवि, धारा 3(2)(v),3(1)w(i) अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया और विवेचना शुरू की थी। तभी इस लड़की द्वारा पुलिस थाना गढ़ी में रिपोर्ट करने की भनक विवेक परवार को लगी ।तब 23 अप्रैल को सुबह विवेक परवार अपने घर से छतीसगढ़ राज्य में भागने की फिराक में था। जिसकी सूचना मिलने पर थाना प्रभारी निरीक्षक सुखदेव सिंह धुर्वे, उपनिरीक्षक घुड़नलाल अहिरवार, प्रधान आरक्षक कमलेश श्रीवास, आरक्षक राघवेंद्र पांडे ने ब्राह्मणटोला में घेराबंदी कर विवेक परवार को भागने के पूर्व ही उसके घर मे ही गिरफ्तार कर लिये और उसे बालाघाट की विशेष अदालत में पेश कर दिए। जहां से विवेक परवार को न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।