भोपाल:एमपी की राजधानी भोपाल में पुराने अशोका गार्डन का नाम बदलने का प्रस्ताव पास हो गया है। नगर निगम की बैठक में यह फैसला लिया गया। अब अशोका गार्डन को राम बाग के नाम से जाना जाएगा। पार्षद अशोक वाणी ने नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था। कांग्रेस पार्षद गुड्डू चौहान ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि नाम बदलने का अधिकार नगर निगम को नहीं है।
भोपाल नगर निगमका ये एक बड़ा फैसला इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। शहर के पुराने अशोका गार्डन का नाम बदले जाने पर विपक्ष हमलावर हुआ है। गुरुवार को नगर निगम की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया, तभी से सियासत गरमाने लगी थी।
राम बाग नया नाम
निगम के सदन में इस पर चर्चा हुई। चर्चा के बाद बहुमत से नाम बदलने का प्रस्ताव पास हो गया। अब निगम इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगा। इसके बाद पुराना अशोका गार्डन, राम बाग के नाम से जाना जाएगा। जानकारी के अनुसार, गुरुवार को नगर निगम की बैठक हुई। इस बैठक में कई मुद्दों पर बात हुई। पार्षद अशोक वाणी ने पुराने अशोका गार्डन का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा। स्थानीय पार्षद सूर्यकांत गुप्ता ने भी इस बारे में पत्र लिखा था। उन्होंने भी नाम बदलने की मांग की थी।
विपक्ष ने उठाए सवाल
निगम के सदन में प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इसके बाद बहुमत से नाम बदलने का प्रस्ताव पास हो गया। अब अशोका गार्डन का नाम बदलकर राम बाग करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कांग्रेस पार्षद गुड्डू चौहान ने नाम बदलने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि अशोका गार्डन का नाम सम्राट अशोक के नाम पर है। इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी इलाके का नाम बदलने का अधिकार नगर निगम को नहीं है।