बीते दिनों ग्राम गर्रा सरपंच के घर हुए हमले के मुख्य आरोपी औऱ मास्टरमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस द्वारा आरोपी बालकृष्ण उर्फ़ बालू द्विवेदी को गर्रा सरपंच घर ले कर जाया गया औऱ पुनः घटना का सीन क्रिएट करवाया गया । इस दौरान गर्रा सरपंच के घर बड़ी भीड़ देखने को मिली और सभी ने इस प्रकार पुलिस की कार्यवाही कि सरहाना करी।
आपको बता दे कि एक सप्ताह पहले गर्रा सरपंच और सरपंच संघ के अध्यक्ष वैभव बिसेन के गर्रा स्थित घर में देर रात 9 से 10 लोगों द्वारा जबरन घुसने, डराने-धमकाने और गाली-गलौच करने के मामले में पुलिस ने बालकृष्ण उर्फ बालू द्विवेदी को गिरफ्तार किया है। बालू को कोतवाली पुलिस भोपाल से हिरासत में लेकर बालाघाट लेकर पहुंची। मंगलवार देर शाम पुलिस ने बालू को सरपंच के उसी घर पर ले गई, जहां बड़ी संख्या में बदमाश दो वाहनों में पहुंचे थे और घर में जबरन घुसने का प्रयास करते हुए गाली-गलौच की थी। री-क्रिएशन के दौरान पुलिस ने बालू से सवाल पूछे। पुलिस की कार्रवाई से खुश होकर लोगों ने पुलिस प्रशासन और बालाघाट एसपी जिंदाबाद के नारे लगाए। कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक विजय राजपूत ने बताया कि प्रकरण गंभीर है। पुलिस ने इस मामले में बलवा, गाली-गलौच, डराने-धमकाने सहित संगठित अपराध के तहत विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने फोन पर बातचीत सहित अन्य साक्ष्यों के आधार पर बालकृष्ण द्विवेदी को भोपाल से हिरासत में लिया है। बालू द्विवेदी पर पूर्व में भी चार गंभीर अपराध दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार, सरपंच वैभव बिसेन और बालू द्विवेदी के बीच पिछले पंचायत चुनाव के वक्त से आपसी रंजिश चल रही है। पंचायत चुनाव में बालू ने वैभव के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन ये चुनावी खींचतान विवाद और फिर रंजिश में बदल गई है। माना जा रहा है कि बालू के इशारे पर ही राजू मिश्रा सहित अन्य बदमाश सरपंच वैभव के घर पहुंचे थे। वैभव ने भी पुलिस को शिकायत में राजू मिश्रा सहित अन्य बदमाशों द्वारा इस हरकत में शामिल होना बताया था। बता दें कि वैभव ने आरोप लगाया था कि न्यायालय द्वारा गर्रा में आबादी भूमि पर किए गए अतिक्रमण को 90 दिनों में हटाने का आदेश दिया गया है। कोर्ट ने शराब दुकान को भी हटाने आदेशित किया है। विरोधियों ने कोर्ट में केस हारने के बाद उनके घर में घुसने का प्रयास किया था। सरपंच बिसेन ने आरोप लगाया है कि विरोधी उनकी हत्या करना चाहते हैं।