हम सब हार जाएंगे… अमिताभ बच्‍चन ने बताया अब खुद पैंट पहनने में भी होती मुश्‍क‍िल, उम्र के असर ने लाचार कर दिया

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अमिताभ बच्चन 82 साल के हो चुके हैं। वह इस उम्र में काम कर रहे हैं। इंडस्‍ट्री से जुड़ा हर कोई इस उम्र में भी उनकी फुर्ती और फिटनस का कायल है। लेकिन इन दिनों ‘कौन बनेगा करोड़पति 17’ को होस्‍ट कर रहे बिग बी ने अब अपने नए ब्‍लॉग में बढ़ती उम्र का असर, समय के साथ आ रही लाचारी पर खुलकर बात की है। भारतीय सिनेमा के ‘महानायक’ ने बताया है कि कैसे 80 की उम्र पार करने के बाद अब वह निजी जीवन में अपने वो काम भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं, तो साधारण और पहले सबसे आसान था। अमिताभ ने खुलासा किया है कि अब उन्‍हें खुद पैंट पहनने में भी दिक्‍कत होती है, वह लड़खड़ाने लगते हैं। लिहाजा, डॉक्‍टर ने भी बैठकर पतलून पहनने की सलाह दी है।

अमिताभ बच्चन ने लिखा है, ‘अब दिन के लिए तय की हुई रूटीन और आवश्यक काम भी प्रभावित हो रहे हैं… प्राणायाम करें, हल्का योग, ठीक है… जिम में चहलकदमी बढ़ाने वाले एक्‍सरसाइज करें, ताकि बात करते हुए टहल सकें… सही संतुलन बना सकें… शरीर धीरे-धीरे अपना संतुलन खोने लगता है और इसे जांचने और सुधारने के लिए इसी तरह के काम करने की आवश्यकता है।’

‘अब रूटीन के काम करने से पहले भी सोचना पड़ता है’

बिग बी ने आगे ब्‍लॉग में बताया है, ‘कुछ दिनचर्याएं जो पहले थीं, यह कुछ साल पहले शुरू की गई थी, लगता था कि उन्हें फिर से शुरू करना बहुत आसान होगा… नहीं… नहीं बेबी… बस एक दिन की गैरमौजूदगी और दर्द। यह आश्चर्य की बात है कि पहले की सामान्य क्रियाओं को अब अभ्यास में लाने से पहले दिमाग को सोचना पड़ता है।’

अमिताभ बच्‍चन बोले- हैंडल बार की पड़ती है जरूरत

इसी कड़ी में अमिताभ ने आगे खुद से पैंट बनने जैसे साधारण काम का जिक्र किया है। वह लिखते हैं, ‘पतलून पहनना… साधारण सा काम… डॉक्टर सलाह देते हैं कि मिस्टर बच्चन, प्‍लीज बैठ जाइए और फिर उन्हें पहन लीजिए… पहनते समय खड़े होने की कोशिश मत कीजिए, आप संतुलन खो सकते हैं और गिर सकते हैं… और अंदर ही अंदर मैं अविश्वास में मुस्कुराता हूं… जब तक मुझे पता नहीं चला कि वे बिल्कुल सही थे… यह साधारण सा काम जो पहले स्वाभाविक रूप से आता था, अब एक चुनिंदा रूटीन बन गया है… हैंडल बार की जरूर पड़ती है… ओह बॉय… !!!!’

‘कागज के टुकड़े उठाने जैसे सामान्‍य से काम भी मुश्‍क‍िल लगते हैं’

‘केबीसी 17’ के होस्‍ट ने आगे बताया है कि कैसे अब किसी भी शारीरिक कार्य से पहले उन्‍हें अपने शरीर को थामने और स्थिर रखने की जरूर पड़ती है। उन्‍होंने उदाहरण देते हुए कहा है, ‘सबसे सरल काम उस कागज के टुकड़े को उठाने के लिए नीचे झुकना जो हवा के साथ आपकी मेज से उड़ गया था।’ अमिताभ लिखने हैं कि अब इसे करने के लिए भी सोचना पड़ता है, बैलेंस बनाना पड़ता है।

बिग बी बोले- यह हम सभी के साथ होगा.. काश ऐसा न हो..

ब्‍लॉग में उन्‍होंने आगे कहा है, ‘आपकी बहादुरी आपको आगे बढ़ने के लिए कहती है.. जब तक आपको एहसास न हो.. भगवान, यह एक बड़ी समस्या है… इसे पढ़ने वालों को मेरी कही हर बात पर एक हल्की सी मुस्कुराहट और एक छिपी हुई हंसी आएगी.. लेकिन.. प्यारे प्रियजनों.. आप में से किसी को भी इससे गुजरना न पड़े.. लेकिन मैं आपको बता दूं.. यह हम सभी के साथ होगा.. काश ऐसा न हो.. लेकिन समय के साथ यह होगा.. जिस दिन हम इस दुनिया में लाए जाते हैं, उसी दिन से हम सभी की नीचे जाने की प्रवृत्ति शुरू होती है… दुखद है.. लेकिन यह जीवन की वास्तविकता है… युवा जीवन की चुनौतियां आत्मविश्वास के साथ दौड़ती हैं.. उम्र अचानक आप पर ब्रेक लगाती है।’

आख‍िर में कहा- कोई लड़ नहीं सकता, हम सब हार जाएंगे

अमिताभ बढ़ती उम्र के साथ होने वाली इन समस्‍याओं पर आख‍िर में लाचारी जाहिर करते हैं। कहते हैं, ‘कोई भी लड़ नहीं सकता उम्र के बढ़ने के साथ, और अंततः हम सब हार जाएंगे। आपकी मौजूदगी और काम को सराहा गया है… लेकिन अब अलग हो जाओ… और तैयारी करो…!!! आह… सुनने में बहुत ही रुग्ण और अस्वाभाविक लग रहा है… लेकिन यह श्वेता द्वारा मुझे सुनाए गए उन भयानक मंत्रों में से है।’

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