उमस और गर्मी से परेशान हो रहे बालाघाट जिलेवासियों के लिए अच्छी खबर यह है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून तय तारीख 20 जून से 10 दिन पहले 10 जून को मानसून प्रदेश के कई जिलों के साथ ही बालाघाट में भी प्रवेश कर गया है। जिस कारण 10 और 11 जून को जिले भर में मानसून की झमाझम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिल रही जानकारी के अनुसार इधर, मानसून अपनी आमद दर्ज करा चुका है, उधर बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का चक्रवात और शक्तिशाली हो गया है। इस सिस्टम से शनिवार को भी को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। इसके प्रभाव से जिले में भी झमाझम बरसात होने के आसार हैं।
10 जून को मानसून ने बालाघाट पहुचकर बीते 10 वर्ष का रिकॉर्ड पीछे छोड़ा दिया। बीते वर्ष 10 वर्ष तक मानसून जुलाई माह के पहले बालाघाट नही पहुच रहा था। हालाकि जल्दी पहुंचे मानसून के विषय में अभी जानकारी यहीं दी जा रही है कि जिले के भीतर रुक-रुक कर बारिश का दौर चलता रहेगा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार ताऊते और याश तूफान की वजह से संभावना जाहिर की जा रही है कि मानसून समय से पहले मध्य प्रदेश के कई जिलों के साथ ही छत्तीसगढ़ पहुंच गया।
वहीं दूसरी और 20 जून को मानसून के पहुंचने की संभावना की वजह से जिले के अधिकांश किसानों ने धान की बौनी नहीं की थी। अब किसानों द्वारा बारिश रुकने का इंतजार किया जा रहा है जिसके बाद खेतों को तैयार कर बौनी का काम किया जाए।