कोरोना संक्रमण महामारी की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल और मई माह में लोग घरों पर रहे इस दौरान जमकर बिजली का उपयोग किया लेकिन वहीं दूसरी ओर इन दोनों महीनों में बिजली की रीडिंग नहीं हो सकी जिस कारण अब दोनों महीने की रेटिंग मिलाकर जून महीने का बिल लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है।
जून माह में बिजली का बिल आते ही लोगों ने अब बिजली कार्यालय के चक्कर लगाना शुरू कर दिया है उनके द्वारा लगातार जानकारी दी जा रही है कि अचानक इतना अधिक दिल उन्हें क्यों दिया जा रहा है तब बमुश्किल अधिकारियों द्वारा उन्हें समझा ही दी जा रही है कोरोना की वजह से 2 महीने रीडिंग नहीं हो सकी इसलिए बिल अधिक लग रहा है।
बिजली वितरण कंपनी के अधिकारी बताते हैं कि कोविड-19 बजह से जब रीडिंग नहीं हो पा रही थी इस दौरान बिजली विभाग द्वारा लगातार उपभोक्ताओं को यह जानकारी दी जा रही थी कि वह अपने मोबाइल पर बिजली विभाग का स्मार्ट ऐप डाउनलोड कर ले और उस पर मीटर की रीडिंग भेज दे जिससे उनकी सही रीडिंग आ सके और अचानक बोझ बिजली के बिल का बोझ ना पड़े।