डुमना रोड पर एक तेंदुआ की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। घटना गुरुवार रात लगभग 12 बजे की बताई जा रही है। वेटरनरी डॉक्टरों के मुताबिक जांच में यह सामने आया कि तेंदुआ के सिर पर किसी वाहन की जोरदार टक्कर लगी है, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई।
सुबह किया गया पोस्टमार्टम: घटना की जानकारी लगते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। देर रात ही तेंदुए के शव को लेकर वेटरनरी कॉलेज स्थित वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च सेंटर की मरचुरी में रख दिया गया। वाइल्डलाइफ की डॉक्टर ने सुबह पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू करते हुए वेटनरी डॉक्टरों की टीम गठित की। टीम में केपी सिंह, अमूल रोकड़े, निधि राजपूत, शोमेश सिंह शामिल हैं। जैसे ही जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी तिवारी को लगी तो वह भी मौके पर पहुंच गए इससे पोस्टमार्टम की तैयारी में और तेजी आ गई।
वन विभाग की अनुमति का होता रहा इंतजार: वन विभाग से तेंदुए के पोस्टमार्टम की अनुमत मिलनी थी लेकिन सुबह 11 बजे तक भी अनुमत ना मिलने की वजह से पोस्टमार्टम लेट हो गया। हालांकि वेटरनरी विश्वविद्यालय प्रशासन ने आनन-फानन में टीम गठित कर पोस्टमार्टम की सभी तैयारी समय से पूर्व कर ली। वेटरनरी विश्वविद्यालय के वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट के मुताबिक तेंदुए की मौत की वजह सिर पर गंभीर चोट लगना बताई जा रही है हालांकि सही कारण का पता पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा।
कई सीसीटीवी में कैद हुआ: गौरतलब है कि डुमना सहित जीसीएफ और मदनमहल की पहाडि़यों में एक साल से ज्यादा समय से तेंदुआ के परिवार सहित होने की जानकारी मिल रही है। वन विभाग ने कई बार पिंजरे भी रखे लेकिन तेंदुआ पकड़ में नहीं आया। नयागांव क्षेत्र में भी तेंदुआ अपने बच्चों सहित कई बार सीसीटीवी में कैद हुआ है। यहां उसने कई कुत्तों का भी शिकार किया था।