भारीतय सिनेमा में सुर कोकिला लता मंगेशकर के बाद जिस महिला ने अपनी आवाज का जादू सबसे ज्यादा बिखेरा वो हैं आशा ताई। आशा भोसले का जन्म 8 सितंबर 1933 को सांगली में हुआ था। आशा को आज हिंदी फिल्म जगत की शान माना जाता है। आशा जी की आवाज में जो खनक है वह कहीं और मिलना मुश्किल है। इसी वजह 88 साल की आशा ताई को आज भी उनके फैंस उतना ही पसंद करते हैं और उनके गाने सदाबहार हैं। आशा भोसले के पिता अभिनेता और क्लासिकल सिंगर थे। इस वजह से संगीत उन्हें विरासत में मिला था। हालांकि सिर्फ 9 साल की उम्र में आशा ने अपने पिता को खो दिया था, इसके बाद से उन्होंने अपना परिवार चलाने के लिए फिल्मों में गाना शुरू कर दिया था। शुरुआत में सफलता नहीं मिली, लेकिन समय आने पर उन्होंने जो कमाल किया उसकी झलक आज भी देखी जा सकती है।
आशा भोसले के 88वें जन्मदिन पर हम आपको उनके कुछ सदाबहार गानों के बारे में बता रहे हैं, जिनको सुनकर आपकी पुरानी यादें ताजा हो जाएंगी।