उपकोषालय वारासिवनी जिला कोषालय बालाघाट में मर्ज

0

अब वारासिवनी के उपकोषालय को जिला मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया। करीब एक माह पूर्व वारासिवनी में संचालित हो रहा शासकीय महकमें का यह उपकोषालय काफी लंबे समय से मौजूद था जहां तहसील कार्यालय लालबर्रा, खैरलांजी व अन्य जगह के लोग स्टाम्प व टिकिट लेने व पेशनर्स पेंशन संबंधी विषयो को लेकर अन्य कार्यालय वेतन संबंधी कार्या के लिये बड़ी  संख्या में आते थे। अब इन्हे यही कार्य के लिये बालाघाट की दौड़ लगाने पड़ रही है वही वारासिवनी में उपलब्ध स्टांप व टिकिटों के मूल्य बढ़ गये है जिससे लोगों को आर्थिक भार सहन करने मजबूर होना पड़ रहा है।

इस संबंध में पद्मेश से चर्चा करते हुये वरिष्ठ अधिवक्ता आईडी टेंभरे ने बताया कि उपकोषालय के बालाघाट में मर्ज किये जाने से हम अधिवक्ताओं के साथ ही हमारे पक्षकारों को काफी परेशानी हो रही है। लगभग एक से डेढ़ माह पूर्व इस उपकोषालय को बालाघाट शिफट कर दिया गया है। जिसकी वजह से वर्तमान समय में हमे स्टांप व टिकटों के लिये इधर उधर स्टांप वेंडर के चक्कर लगाने पड़ रहे है। हालांकि वे भी प्रतिदिन बालाघाट जाकर स्टांप व टिकटे लेकर आ रहे है। लेकिन जो सहूलियत वारासिवनी में उपकोषालय होने से थी वो अब नही रही है।

इसी तरह अधिवक्ता संदीप नगपुरे ने पद्मेश को बताया की उपकोषालय के बालाघाट कोषालय शिफट हो जाने से काफी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। कई पेंशनर्स हमारे पास अपने वेतन संबंधी परेशानियों को लेकर आते है। साथ ही पक्षकारों के आवेदन व उनके स्टांप उपलब्ध नही होने से भी हमारे पक्षकार इधर उधर भटकते है। पहले ऐसा होता था की उपकोषालय खुलते ही स्टांप वेंडर को स्टाम्प व टिकटे यही से उपलब्ध हो जाती थी। लेकिन अब उन्हे इन्ही चीजों के लिये प्रतिदिन बालाघाट जाना पड़ रहा है।

वही स्टांप वेंडर चंद्रकांत पाठक ने पदमेश को बताया की हमे सप्ताह में दो दिन परेशानी का सामना स्टांप व टिकटों के लिये करना पड़ता है। एक दिन चालान के लिये बालाघाट बैंक जाना पड़ता है वही दूसरे दिन स्टांप व टिकिट लेने के लिये। इस दौरान मिल गई तो ठीक है वरना हमें कई घंटे मशक्कत करनी पड़ती है। फिर अगले दिन हमें जाना पड़ता है जिससे हम पर आर्थिक भार पड़ रहा है। हम शासन प्रशासन से यह मांग करते है कि उपकोषालय को पुन: वारासिवनी में ही स्थापित करे।

इस मामलें में जब पद्मेश ने दूरभाष पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व केसी बोपचे से चर्चा की तो उन्होने यह बताया की शासन के आदेश पर यह उपकोषालय को बालाघाट शिफट किया गया है। ऐसा शासन के निर्देश पर हुआ है लोगों को परेशानी तो हो रही लेकिन शासन का जो आदेश होगा हमें उसका पालन करना पड़ेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here