57लाख 74 हजार रुपए गबन के मामले में फरार भारतीय स्टेट बैंक शाखा लांजी के तत्कालीन उपप्रबंधक नोहर सिंह उईके 65 वर्ष ने विद्वान अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया जिसे लांजी पुलिस ने पूछताछ हेतु 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।इस मामले का एक आरोपी तत्कालीन रोकड़ अधिकारी हियाराम चिरोजे पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है। यह मामला 2017 का है उस समय भारतीय स्टेट बैंक शाखा लांजी के तत्कालीन शाखा प्रबंधक हरीकिशोर दिवटे ने पुलिस थाना लांजी में इस आशय की रिपोर्ट की थी कि 23 मई 2017 एवं 24 मई 2017 को रोकड़ का भौतिक सत्यापन के दौरान बैंक की शाखा लांजी की रिसाईकलर मशीन मैं 48 लाख 52 हजार रुपए शाखा के एटीएम में 9 लाख 22 हजार 5 सौ रुपए कम पाए गये। उस समय इस बैंक के उपप्रबंधक मनोहरसिंह उइके एवं रोकड़ अधिकारी के पद पर हियाराम चिरौजे थे जिन्होंने उक्त पद पर रहते हुए उक्त राशि का गबन कर दिए इस मामले में दोनों के खिलाफ धारा 409 34 भा द वि और धारा 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का अपराध लांजी में दर्ज किया गया था इस मामले में हियाराम चिरोंजे 62 वर्ष ग्राम सुआडोंगरी थाना घनोरा जिला सिवनी निवासी गिरफ्तार किए जा चुके थे वही वही नोहरसिंह उइके पिता शंभूसिंह उईके 65 वर्ष ग्राम खरपड़िया थाना परसवाड़ा भिमाची फरार थे। जिनकी तलाश की जा रही थी 30 सितंबर को बालाघाट के माननीय प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश अमर कुमार शर्मा की विद्वान अदालत में नोहर उइके ने आत्मसमर्पण कर दिया। लांजी पुलिस ने आरोपी नोहरसिह उइके को गबन के मामले में उसके निवास बैहर तथा परसवाड़ा ले जाकर पूछताछ कर साक्ष्य प्राप्त करने हेतु 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर लिया है।










































