वन और वन्यप्राणियों की सुरक्षा में वन विभाग के अफसरों को शिकारियों ने हकीकत का आईना दिखा दिया है। शहर तक वन्यप्राणियों का मांस और अंग पहुंच रहे है लेकिन विभाग पूरी तरह बेखबर है। रविवार को शहर के व्हीआईपी मार्ग पर जहां प्रशासन पुलिस और खुद वन विभाग के अफसरों के आवास है उसी मार्ग पर शिकारियों ने चीतल का कटा सर रखकर पूरे महकमे को चैलेज देना वाला काम कर दिया है। दरअसल रविवार को वीआईपी मार्ग पर डीआईजी बंगले के पास करीब साढ़े आठ बजे फटपाथ पर चीतल का कटा सर देखा गया। देखने वालों ने जब इसकी जानकारी वन अमले तक पहुंचाई तब अधिकारियों ने खोजबीन शुरू की। लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी विभाग किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है।
डॉग नहीं सूंघ सका शिकारियों की बू
मामला वन्यप्राणी का था इसलिए तत्काल विभाग का डॉग क्वाड भी मौके पर पहुंच गया। लेकिन डॉग शिकारियों की बूं नहीं सूंघ सका। इस मामले में विभागीय अफसरों का तर्क है कि जब तक जांच नहीं हो जाती है तब तक कुछ भी कहना मुशकिल है। हालांकि मामला शिकार से जुड़ा जरूर नजर आ रहा है। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर चीतल नर है और उसकी उम्र 6 वर्ष के करीब है।
सींग भी काट लिए गए
जिस वन्यप्राणी की उछलकूद देखने हजारों रूपए खर्च कर लोग पार्क की शैर करने आते है। उसी वन्यप्राणी चीतल का शिकार करने वालों ने चीतल के सर पर सींग भी नहीं छोड़ा। विभाग का मानना है कि शिकारियों ने रात के वक्त या अल सुबह वाईक से आकर सर को एक स्थान पर रख दिया है। इस मामले में शिकारियों तक पहुंचने सीसीटीवी की जांच की जाएगी। साथ मुखबिरों का भी सहारा लिया जाएगा।










































