किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम दिलाने, और उन्हें बिचौलियों से बचाकर उनकी आय में वृद्धि करने को लेकर प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी शासन द्वारा किसानों का समर्थन मूल्य पर उपार्जन खरीदा जा रहा है। जिनका समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को खैरलांजी क्षेत्र के ग्रामीणों ने 15 दिनों की पदयात्रा कर कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने मोटा धान का समर्थन मूल्य 3 हजार रु प्रति क्विंटल किए जाने, बारीक धान का समर्थन मूल्य 4 हजार रु प्रति क्विंटल देने, गेहूं ,चना, अलसी और तुवर आदि फसलों का दाम वर्तमान मूल्य से 1500 रु प्रति क्विंटल बढ़ाने के साथ-साथ खैरलांजी मंडी को ग्राम किन्ही में स्थापित करने और किसानों को हुई फसल क्षति का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है। जहां उन्होंने अपनी इस मांग में निजी स्कूलों को बंद कर सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों जैसी सुविधा दिए जाने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि वे करीब 3 हजार किसानों के साथ 17 नवंबर से पदयात्रा कर करीब 15 दिनों बाद कलेक्टर कार्यालय पहुंचे हैं। जिन्होंने अपनी इस मांग को लेकर 8 से 10 हजार किसानों के हस्ताक्षर वाला मांग पत्र कलेक्टर कार्यालय में सौंपा है। जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द उनकी इन सभी मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई है। किसानों के अनुसार उनकी यह मांग लंबे समय से लंबित हैं जिस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है जिसके चलते आज पुनः कलेक्टर कार्यालय में 15 दिनों की पदयात्रा कर ज्ञापन सौंपा गया है।










































