नगर मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत औल्याकन्हार के अंतर्गत आने वाले ग्राम मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग पर बना पुल तेज बारिश में क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके कारण दोनों ग्रामों का संपर्क टुट चुका था और ग्रामीणजनों एवं किसानों को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिसके बाद ग्रामीणजनों ने शासन-प्रशासन से नवीन पुल का निर्माण करवाने की मांग कर रहे थे परन्तु प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नही दे रही थी तो ग्रामीणों के द्वारा विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी गई थी। उसके बाद प्रशासन हरकत में आया था और आने-जाने के लिए अस्थाई मार्ग बनाकर जल्द नवीन पुल का निर्माण करवाने आश्वास्त किया गया था तब जाकर पंढरापानी, मुरलीखाम के ग्रामीणों ने मतदान किया था। चुनाव संपन्न होने के बाद शासन के द्वारा २.९८ करोड़ रूपयों की लागत से नवीन पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है जिसका निर्माण कार्य जारी है परन्तु धीमी गति से कार्य किया जा रहा है जिसे बनने में समय लगेगा और बरसात के पूर्व पुल बनकर तैयार नही हुआ तो पुन: ग्रामीणजनों एवं किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ग्रामीण एवं किसानों ने निर्माण कंपनी एवं प्रशासन से पंढरापानी से मुरलीखाम पहुंच मार्ग पर बन रहे नवीन पुल का निर्माण कार्य तेज गति एवं गुणवत्तापूर्ण करवाने की मांग की है ताकि आवागमन करने में हो रही परेशानियों से जल्द निजात मिल सके। आपकों बता दे कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विभाग के द्वारा विगत वर्ष पूर्व ग्राम मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग का निर्माण के साथ ही पुल का निर्माण करवाया गया था परन्तु निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नही होने के बाद अगस्त, सितंबर २०२३ में हुई तेज बारिश एवं नाले में बाढ़ आने से पुल ढह जाने के साथ ही क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके बाद से दोनों ग्रामों के ग्रामीण एवं किसानों का संपर्क टुट गया था जिससे सबसे अधिक किसानों एवं पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और किसानों का कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहा था। साथ ही पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद कई बार ग्रामीणजनों ने नवीन पुल का निर्माण करवाने की मांग शासन-प्रशासन से करते आ रहे थे परन्तु उनकी मांगों पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा था जिससे ग्रामीणजनों में भारी आक्रोश व्याप्त था और विधानसभा चुनाव के पुर्व दोनों ग्रामों के ग्रामीणजनों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दिये थे। जिसके बाद पुरा प्रशासन गांव में पहुंचकर ग्रामीणजनों को आश्वास्त किया था कि विधानसभा चुनाव के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा, आप अपना मतदान करें उसके बाद ग्रामीणजनों ने मतदान किये थे। चुनाव संपन्न होने के बाद गत माह से २.९८ करोड़ की लागत से नवीन पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है जिसका कार्य जारी है। वहीं पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जाने से ग्रामीणजन खुश नजर आ रहे है परन्तु निर्माण कार्य धीमी गति से हो रहा है जिससे ऐसा लग रहा है कि ४ माह में पुल बनकर तैयार नही हुआ तो बारिश के दिनों में पुन: ग्रामीणजनों को पूर्व की तरह ही समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से नवीन पुल का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं तीव्र गति से करवाने की मांग की है ताकि बरसात के पूर्व पुल बनकर तैयार हो सके।










































