TRAI ने मोबाइल यूजर्स के पक्ष के एक और फैसला लिया है। अब यूजर्स को परेशान करने वाली कॉल्स की संख्या में कमी आने वाली है क्योंकि ट्राई की तरफ से सभी स्टेहोल्डर्स, सर्विस प्रोवाइडर्स और टेलीमार्केटर्स को इसको लेकर आदेश दिया गया है। साथ ही ट्राई की तरफ से कहा गया है कि कंपनियों की तरफ से ऐसे कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए तुरंत एक्शन लेना चाहिए। दरअसल 10 डिजिट नंबर से PRI/SIP का इस्तेमाल कर आने वाली कॉल्स को लकेर TRAI ने ये फैसला दिया था।
क्यों हुई थी मीटिंग-
TRAI की तरफ से नया फैसला लिया गया है। इसमें कमर्शियल कॉल्स और स्पैम कॉल्स को रोकने पर चर्चा हुई थी। अब ये साफ हो गया है कि इसके लिए कंपनी की तरफ से फैसला लिया गया है। इसके साथ ही ट्राई ने भी ऐसी कॉल्स पर तुरंत लगाम लगाने के लिए कहा गया है। ट्राई ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हमने टेलीमार्केटर्स को कठोर मैसेज दिया है, वॉयल कॉल्स पर इसको लेकर नए फैसले लिए जा रहे हैं।
किन मुद्दों पर हुई मीटिंग में चर्चा-
मीटिंग में, ट्राई ने हेडर्स, टेंप्लेट्स, करेक्टिव एक्शन और प्रमोशनल कॉल्स रोकने जैसे मुद्दो पर बात की। इसी में सर्विस प्रोवाइडर्स से ऐसी कॉल्स को तुरंत रोकने के लिए कहा गया है। इसमें डिलीवरी टेलीमार्केटर्स भी शामिल थे। दरअसल ऐसी कॉल्स से यूजर्स काफी परेशान हो जाते थे। ऐसे केस को रोकने पर लगातार काम भी किया जा रहा है। इसी में रोबोटिक कॉल्स, प्रमोशनल कॉल का मुद्दा भी उठाया गया था।
यूजर्स को मुआवजा-
TRAI इससे पहले भी टेलीकॉम ऑपरेटर्स के खिलाफ एक फैसला ले चुकी है। ये फैसला काफी दिनों से चर्चा में भी है और कंपनियां परेशान भी हो गई हैं। क्योंकि इस फैसले में यूजर्स को मुआवजा तक देने की बात कही गई है। अगर कंपनी की तरफ से लगातार नेटवर्क बाधित रहता है तो उन्हें काफी परेशानी होने वाली है। ऐसा हम इसलिए कहा रहे हैं क्योंकि 1 लाख रुपए मुआवजा राशि भी TRAI की तरफ से तय कर दी गई है। साथ ही 12 घंटे को 1 दिन के रूप में गिना जाएगा।