भोपाल । प्यारे मियां यौन शोषण प्रकरण में पीड़ित बालिका की संदिग्ध जहर से मौत की जांच विशेष जांच दल ने शुरू कर दी है। गौरतलब है कि सीएम के निर्देश के बाद आइजी दीपिका सूरी की अगुआई में एसआइटी टीम का गठन किया गया है। टीम फिलहाल इस आपराधिक प्रकरण से जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रही है।
ज्ञात हो कि पांच नाबालिगों का यौन शोषण करने के आरोप में पुलिस ने जुलाई 2020 में शहर के रसूखदार प्यारे मियां को गिरफ्तार किया था। वह अभी जेल में है। उधर, पीड़िता बालिकाओं को बाल कल्याण समिति के आदेश पर नेहरू नगर स्थित बालिका गृह में रखा गया था। विगत सोमवार को दो पीड़िताओं की हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से एक बच्ची की अस्पताल से छुट्टी कर दी गई थी, लेकिन दूसरी बालिका हमीदिया अस्पताल में भर्ती थी, जिसकी बीते बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई।
घटना के दस्तावेज देखने से की शुरुआत
एसआइटी ने सबसे पहले 17 वर्षीय बालिका की एफआइआर से लेकर उसके हमीदिया अस्पताल में भर्ती तक की पूरी रिपोर्ट प्राप्त कर ली है। एसआइटी को स्टेटस रिपोर्ट भी मिल गई है। आइजी दीपिका सूरी खुद पूरे मामले का अध्ययन कर रही हैं।
इन सवालों के जवाब चाहिए
-नींद की गोलियां बच्ची तक कैसे पहुंचीं?
– वार्डन का रवैया बालिकागृह में कैसा था?
– कौन- कौन बालिकाओं से मिलने आते थे?