सत्र 2019-20 में दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा में 40 फीसद से कम परिणाम देने वाले शिक्षकों के लिए 3 व 4 जनवरी को परीक्षा ली गई थी। यह परीक्षा 7,910 शिक्षकों को शामिल होना था, लेकिन इसमें करीब 6 हजार शिक्षक शामिल हुए थे। इस परीक्षा में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के लिए स्कूल शिक्षा विभाग रविवार को दोबारा परीक्षा लेगा। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय(डीपीआई) ने इस संबंध मेंआदेश जारी कर दिए हैं। इसमें निर्देशित किया गया है कि दोबारा होने वाली परीक्षा में निलंबित एवं अवकाश पर रहने वाले शिक्षकों को भी परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य होगा। इसमें सिर्फ अस्पताल में गंभीर बीमारी के कारण एडमिट या कोविड पॉजिटिव वाले शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी(डीईओ) द्वारा छूट दी जाएगी।
बता दें कि पहली परीक्षा में प्रदेश से करीब 600 शिक्षकों का 50 फीसद से कम अंक आया है, जिनके लिए मार्च में फिर से परीक्षा आयोजित होगी। वहीं पहली परीक्षा में 70 फीसद या उससे कम अंक लाने वाले शिक्षकों के लिए प्रत्येक शनिवार को शाम 4 से 6 बजे तक विषयवार ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण शनिवार से शुरू होगा। प्रशिक्षण के दौरान निर्धारित टॉपिक पर प्रत्येक प्रशिक्षण दिवस के दिन ही प्रत्येक शिक्षक का प्री एवं पोस्ट टेस्ट लिया जाएगा। साथ ही प्रत्येक शिक्षक के प्रशिक्षण का संपूर्ण अभिलेख सुरक्षित रखा जाएगा। शिक्षकों की प्रशिक्षण में उपस्थिति अनिवार्य होगी। अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया जाएगा।
फेल शिक्षकों के सुधार के लिए दो माह का मौका
डीईओ को यह भी निर्देश में यह भी लिखा है कि 50 फीसद से कम अंक लाने वाले शिक्षकों को सुधार के लिए दो माह का नोटिस अविलंब जारी किया जाए। मार्च में इन शिक्षकों की पुन: परीक्षा ली जाएगी और सुधार न होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। साथ ही डीईओ एवं संयुक्त संचालक 40 फीसद से कम अंक लाने वाले स्कूलों का नियमित भ्रमण भी करें।