F-35 स्टील्थ फाइटर, F-16… इजरायल ने 200 विमानों से ईरान में 100 ठिकानों पर गिराए 330 बम, कितना विनाशक था हमला?

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तेल अवीव/ईरान: इजराइल डिफेंस फोर्स के मुख्य सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने शुक्रवार को कहा है कि इजराइल के हमले के बाद ईरान की तरफ से जवाबी कार्रवाई में 100 से ज्यादा ड्रोन दागे गये हैं। जबकि उन्होंने इजरायली हमले के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि इजरायल ने ईरान पर हमला करने के लिए 200 लड़ाकू विमानों का बेड़ा भेजा था। इन फाइटर जेट्स में एफ-35 स्टील्थ फाइटर के अलावा एफ-16 जैसे लड़ाकू विमान शामिल थे। इन फाइटर जेट्स के जरिए इजरायल ने ईरान में 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किए और इस दौरान 330 बमों को गिराया गया। इजराययृल ने कहा है कि उसका ऑपरेशन अभी बंद नहीं हुआ है। इजरायल के हमले में ईरान के परमाणु केन्द्र नतांज को गहरा नुकसान पहुंचा है। इजरायल ने यहां पर कई राउंड में बमबारी की है।

इजरायल के हमले में ईरान के कई सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई है। ईरान के IRGC के प्रमुख होसैन सलामी और ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी सहित कई सैन्य कमांडर मारे गए हैं। हमले में संयुक्त राज्य अमेरिका की संलिप्तता का दावा करते हुए ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबोलफजल शेखरची ने सरकारी टीवी से कहा है कि “इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका को इस हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”

इजरायल ने ईरान पर कितना विनाशक हमला किया?
शुक्रवार सुबह IDF के प्रवक्ता एफी डैफ्रिन ने प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया कि इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के 200 से ज्यादा फाइटर जेट ने ईरान में 100 से ज्यादा लक्ष्यों पर हमला किया। इन विमानों ने अब तक 330 से ज्यादा गाइडेड म्यूनिशन गिराए हैं।

  • F‑35I Adir: इस ऑपरेशन में इजरायल ने अपनी सबसे बड़ी ताकत F‑35I Adir स्टील्थ फाइटर जेट का इस्तेमाल किया था। ये अमेरिकी F‑35 प्लेटफॉर्म का इजराइल-स्पेसिफिक वैरिएंट है। GBU‑39 SDB ग्लाइड बम को इसी से गिराया गया होगा। इन स्टील्थ जेट में इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, एडवांस्ड AESA रडार और सैटेलाइट-इंटीग्रेटेड इन्टेलिजेंस हैं, जिसका मुख्य मकसद दूर-दराज से सटीक हमले करना और दुश्मन की एयर डिफेंस नेटवर्क को नष्ट करना है। इजरायल ने इसी से ईरानी एयर डिफेंस को ध्वस्त कर दिया है।
  • F-16I Sufa लड़ाकू विमानों ने भी इजरायल के इस अभियान में हिस्सा लिया है, जिसे इजरायल की स्ट्राइक फोर्स की रीढ़ कहा जाता है। इजरायल का मुख्य स्ट्राइक एयरक्राफ्ट F-16I Sufa है, जो अमेरिकी F-16D पर आधारित एक कस्टम वर्जन है। ये जेट्स लंबी दूरी की स्ट्राइक मिशन के लिए थ्री एक्सटर्नल फ्यूल टैंक, 8x GBU-39 Small Diameter Bombs (SDB) और 2x AIM-120B AMRAAM एयर-टू-एयर मिसाइल से लैस थे। इन फाइटर जेट्स ने प्रिसिशन-ग्लाइड बम लेकर उड़ान भरी होगी।
  • GBU-39 SDB: GBU-39 SDB (Small Diameter Bomb) बम को अमेरिका ने डेवलप किया है, जो एक 250 पाउंड (करीब 114 किलो) का ग्लाइड बम है, जिसकी रेंज 110 किलोमीटर तक है। इसमें INS/GPS गाइडेंस सिस्टम होता है और यह 1 मीटर CEP (Circular Error Probable) सटीकता से टारगेट हिट करता है। इसका डिजाइन ऐसे किया गया है कि यह बंकरों, मिसाइल साइट्स और एयर डिफेंस राडार को बिना कोलैटरल डैमेज के खत्म कर सकता है।
  • AIM-120B AMRAAM मिसाइल– इजरायल ने अपने ऑपरेशन में AMRAAM मिसाइल का इस्तेमाल किया है। F-16I जेट्स को AIM-120B AMRAAM से भी लैस किया गया था, ताकि अगर ईरान के किसी भी इंटरसेप्टर या ड्रोन से मुठभेड़ हो तो ये जेट्स अपनी सुरक्षा कर सकें। इसकी रेंज 70 किलोमीटर से ज्यादा की है और यह एक्टिव रडार होमिंग का इस्तेमाल करता है।

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