जबलपुर। चेक बुक मंगवाने के लिए बैंक मैनेजर की सलाह एक शिक्षक को महंगी पड़ी मैनेजर ने सलाह दी थी कि योनो ऐप का उपयोग कर चेक बुक मंगवा सकते हैं। ऐसा करने पर बार-बार बैंक तक भटकने से राहत मिलेगी। शिक्षक ने ऐप का सहारा लिया, चेक बुक के लिए उस पर आवेदन किया। परंतु चेक बुक के घर पहुंचने से पहले साइबर ठग का फोन आ गया। उसने शिक्षक को अपनी बातों में फंसाया और बैंक का मैनेजर बनकर बात की। इस दौरान उसने शिक्षक के खाते से तीन लाख ३८ हजार रूपये उड़ा दिए। जिसका पता चलने के बाद शिक्षक के पैरों तले जमीन खिसक गई। घटना ब्यौहारी शहडोल की है। पीडि़त शिक्षक ने राहत पाने के लिए जबलपुर स्थित राज्य साइबर सेल का दरवाजा खटखटाया है। साइबर पुलिस प्रकरण की जांच कर रही है। जांच के दौरान यह जानकारी सामने आई कि जालसाज ने कई शिक्षकों के साथ ठगी की है।
पांच साल पूर्व ट्रांसफर कराया था खाता: पीडि़त शिक्षक ब्यौहारी निवासी राजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्होंने एसबीआइ की जयसिंह नगर शाखा में बैंक खाता खोला था। करीब पांच साल बाद उन्होंने खाता बैंक की ब्यौहारी शाखा में ट्रांसफर करवा दिया। अगस्त २०२० में उन्हें चेक बुक की जरूरत पड़ी जिसके बाद वे बैंक पहुंचे और आवेदन किया। उस समय मैनेजर ने कहा कि चेक बुक योनो ऐप से मंगवाना पड़ेगा। मैनेजर की सलाह पर उन्होंने ऐप पर चेक के लिए आवेदन कर दिया।
ऐसे की ठगी: बैंक खाते में जब सिर्फ ३२३ रूपये बचे तब शिक्षक को साथ हुई ठगी का पता चल पायाा दरअसल, शिक्षक ने चेक बुक के लिए योनो एप पर आवेदन किया था। जिसके बाद जालसाज बैंक मैनेजर बनकर उनसे फोन पर संपर्क करने लगा। जालसाज ने जानकारी दी कि उनकी चेक बुक आ गई है पर पांच साल पहले खाता ट्रांसफर कराते समय कुछ कागजी कार्रवाई शेष रह गई थी। जिसके बाद उसने एटीएम व गोपनीय पासवर्ड की जानकारी लेकर घटना को अंजाम दे दिया।