Kisan Andolan Protest: भारत को बदनाम करने की साजिश रचने वाली ग्रेटा थनबर्ग के समर्थन में कांग्रेस, अधीर रंजन चौधरी PM मोदी पर कसा तंज

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नई दिल्ली adheer ranjan chowdhury । कृषि कानूनों के विरोध में अब कांग्रेस खुलकर विदेशी सेलिब्रिटी व सामाजिक कार्यकर्ताओं के समर्थन में आ गई है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने विवादित पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग का समर्थन किया है और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पॉप स्टार रिहाना के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए किसान आंदोलन को देश का आंतरिक मामला बता रहे हैं, वहीं अधीर रंजन चौधरी ने विवादित पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा का समर्थन करते हुए कई ट्विट किए हैं। अधीर रंजन चौधरी ने ट्विट किया है कि अब हम एक ग्लोबल विलेज में रहते हैं। फिल हमें आलोचना से डरना क्यों चाहिए। हमें अपने फैसलों पर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। आप सभी किसानों द्वारा उत्पादित भोजन को खाकर बड़े हुए हैं। ठीक ये होगा कि आप भी उन भारतीय किसानों के साथ एकजुटता दिखाएं।

एक अन्य ट्विट ने अधीर रंजन चौधरी ने लिखा कि पॉप स्टार रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग ने देश में चल रहे किसान आंदोलन के प्रति एकजुटता दिखाई है तो हम इतना अधिक परेशान क्यों हो रहे हैं? अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी तंज कसते हुए एक ट्विट किया है, जिसमें लिखा है कि हमारे कुछ राष्ट्रवादियों ने अमेरिका में कहा कि ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’, इसका क्या मतलब था? जब हमने जॉर्ज फ्लॉयड के साथ हुई क्रूरता का विरोध किया, तब तो किसी ने सवाल नहीं किया?

आखिर क्या है ग्रेटा थनबर्ग का टूलकिट मामला

ग्रेट थनबर्ग सिर्फ 18 साल की एक पर्यावरण कार्यकर्ता है, जिन्होंने हाल ही में पावर प्वाइंट सॉफ्टवेयर पर बनाई हुए एक टूलकिट (किसान आंदोलन के संबंध में प्लानिंग) ट्वीट की थी। जब इस टूलकिट के बारे में शुरुआती जांच की गई तो पता चला कि इस टूलकिट को कनाडा में स्थित एक खालिस्तानी समर्थन संगठन ने तैयार किया है और उसे ही ग्रेटा थनबर्ग ने शेयर किया था। ऐसे में यह आशंका को जोर मिला कि ग्रेटा थनबर्ग को खालिस्तानी संगठनों की ओर से फंडिंग भी की जा रही है और खालिस्तानी संगठनों ने ही ग्रेटा थनबर्ग को किसान आंदोलन को इस्तेमाल करने के लिए खड़ा किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ग्रेटा थनबर्ग ने जो टूलकिट शेयर की थी, उसे भारत के हितों को नुक़सान पहुंचाने के उद्देश्य से पीस फॉर जस्टिस नाम की संस्था ने तैयार किया है। इस विवादित संस्था के सह-संस्थापक मो धालिवाल खुद को खालिस्तान समर्थक बताते हैं और कनाडा के वैंकूवर में रहते हैं।

विवाद बढ़ने पर ग्रेटा थनबर्ग डिलीट कर दी टूलकिट

खालिस्तानी संगठन पीस फॉर जस्टिस द्वारा तैयार की गई टूलकिट को शेयर करने पर ग्रेटा थनबर्ग पर सवाल उठने लगे तो उन्होंने तत्काल ट्विट को डीलिट कर दिया। टूल किट में कुछ इस तरह की हेडिंग दी गई थी “भारत की ‘योगा और चाय’ की छवि को तोड़ना”, “26 जनवरी को प्रवासी भारतीयों में संगठित वैश्विक हंगामा”, “कृषि कानूनों को निरस्त करना” आदि। लेकिन थनबर्ग ट्विट डीलिट करती, उससे पहले ही कई लोगों ने स्क्रीनशॉट ले लिए और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। ऐसे में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा ग्रेटा थनबर्ग का समर्थन करना कांग्रेस को सवालों के घेरे में खड़ा कर सकता है।

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