कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की किल्लत के बीच एक अच्छी खबर है। केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश के 8 जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए जा रहे हैं। प्लांट लगाने के लिए सिविल कार्य करीब 2 महीने पहले ही पूरा हो गया है। अब प्लांट लगाने की प्रक्रिया चल रही है।अब उम्मीद है कि महीने भर के भीतर इन टैंक से मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई मरीजों को शुरू हो जाएगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एक अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार ने करीब 6 महीने पहले ही ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने की मंजूरी दे दी थी। इसके बाद प्रदेश में मरीजों की संख्या कुछ कम हुई तो ढिलाई हो गई। अब किल्लत बड़ी तो अधिकारियों ने कंपनी को जल्दी से काम पूरा करने को कहा है। इन प्लांटों की क्षमता लगभग इतनी है की सामान्य हालातों में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत पूरी हो सकती है।Ads by Jagran.TV
इन जिला अस्पतालों में लगाए जा रहे प्लांट
खंडवा, शिवपुरी, सिवनी, मंदसौर, जबलपुर, रतलाम, उज्जैन और मुरैना के जिला अस्पताल में यह प्लांट लगाए जा रहे हैं। उज्जैन में 700 लीटर प्रति मिनट वाला, मुरैना में 600 लीटर प्रति मिनट, खंडवा शिवपुरी और सिवनी में 400 लीटर प्रति मिनट और बाकी जगह 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाया जा रहा है।
टैंक लगाने के लिए नहीं मिली थी कंपनियां
पिछले साल सितंबर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद ऑक्सीजन की किल्लत हुई तो मध्य प्रदेश पब्लिक हेल्थ सप्लाई कारपोरेशन ने प्रदेश के 22 जिला अस्पतालों में पीपीपी मॉडल पर तरल ऑक्सीजन टैंक लगाने के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। दो बार इंटर करने के बाद भी कोई कंपनी नहीं आई थी।