महाराष्ट्र में सियासी संकट जारी है। कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई में बनी महाविकास अघाड़ी सरकार किसी भी पल गिर सकती है। इसके पीछे हैं शिवसेना के पुराने नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde)। एकनाथ शिंदे अभी अपने समर्थक विधायकों के साथ असम की राजधानी गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में ठहरे हैं। उद्धव ठाकरे एक तरह से हार मान ली है और अपना सरकारी आवास वर्षा छोड़कर मातोश्री लौट आए हैं। शिंदे कैंप का दावा है कि शिवसेना पूरी तरह टूट चुकी है। उद्धव ठाकरे के पास कुल 55 में से सिर्फ 13 विधायक बचे हैं। इस बीच, सवाल यही है कि आगे क्या होगा? क्या सबसे बड़ा दल (106 सीट) होने के नाते भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश करेगी? महाविकास अघाड़ी से बाहर निकलने को तैयार शिवसेना, लेकिन…: शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा है कि विधायकों को गुवाहाटी से संवाद नहीं करना चाहिए, वे वापस मुंबई आएं और सीएम से इस सब पर चर्चा करें। हम सभी विधायकों की इच्छा होने पर एमवीए (MVA) से बाहर निकलने पर विचार करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें यहां आना होगा और सीएम से चर्चा करनी होगी।
शिवसेना के चुनाव चिह्न की लड़ाई शुरू: अब शिवसेना के चुनाव चिह्न की लड़ाई भी शुरू हो गई है। एकनाथ शिंदे ने खुद को असली शिवसेना बताया है। इस बीच उद्धव ठाकरे ने मुंबई में रह रहे सभी पार्टी पदाधिकारियों को तत्काल अपने निवास पर बुलाया है। सवाल यह है कि क्या एकनाथ शिंदे को पार्टी चिह्न मिलेगा या नहीं? क्या पार्टी चिह्न पाने के लिए महज विधायकों और सांसदों का समर्थन पर्याप्त है?
42 विधायकों की तस्वीर जारी: गुवाहाटी की रेडिसन ब्लू होटल से एक वीडियो सामने आया है, जिसे शिंदे कैंप ने जारी किया है। इसमें कुल 42 विधायक नजर आ रहे हैं, जिनमें 35 शिवसेना के और 7 अन्य हैं।