वन परिक्षेत्र वारासिवनी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कटंगझरी (पटेलटोला) बिट के जंगल क्षेत्र में बाघ के आतंक से ग्रामीणजन परेशान है और बाघ के द्वारा मवेशियों पर किये जा रहे हमले का सिलसिला रूकने का नाम नही ले रहा है जिससे ग्रामीणजन खासा परेशान है एवं दहशत में जी रहे है। शुक्रवार को बाघ ने ४ मवेशियों का शिकार कर दिया जिससे मवेशी मालिकों को करीब ड़ेढ़-दो लाख रूपये का नुकसान हुआ है। वन विभाग को बाघ के द्वारा मवेशियों का शिकार कर लेने की जानकारी लगने केबाद वन विभाग का अमला शनिवार को दोपहर १२ बजे घटना स्थल पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही करने के बाद चिन्हित स्थान पर कैमरा लगाने के लिए गये थे तभी बाघ ने वनकर्मियों को देखकर दहाड़ते हुए हमले करने का किया प्रयास और बाघ के दहाडऩे की आवाज आते ही वनकर्मी अपनी जान बचाकर भाग आये नही तो उन पर भी हमला कर सकता था। इस तरह कटंगझरी जंगल क्षेत्र में बाघ का लगातार मूवमेंट बना हुआ है जिससे ग्रामीणजन दहशत में जी रहे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पटेलटोला कटंगझरी निवासी ओमकार उइके, दिलीप सैय्याम अपने मवेशियों को चरने के लिए शुक्रवार को जंगल की ओर छोड़े थे परन्तु देरशाम तक मवेशी घर वापस नही आये जिसके बाद मवेशियों की आसपास पतासाजी की गई परन्तु कही कुछ पता नही चला। शनिवार को सुबह ग्रामीण मवेशी की तलाश में जंगल की ओर गये तो ४ मवेशी अलग-अलग स्थान पर मृत अवस्था में मिले एवं बाघ भी दिखाई दिया जो ग्रामीणों की आहट सुनकर भाग गया। इस तरह बाघ ने पटेलटोला कटंगझरी निवासी ओमकार उइके के घर की १ गाय, २ बैल, दिलीप सैय्याम के घर का १ बैल का शिकार का दिया है जिससे दोनों मवेशी मालिक को करीब डेढ़-दो लाख रूपये का नुकसान हुआ है। जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग वारासिवनी को घटना की सूचना दी और वन विभाग का अमला शनिवार को दोपहर १२ बजे घटना स्थल पहुंचकर पंचनामा कार्यवाही कर मुआवजा के लिए प्रकरण तैयार किया जिसके बाद वन क्षेत्र में चिन्हित स्थान पर वनकर्मी कैमरा लगाने जा रहे थे तभी झाड़ी के अंदर छुपा हुआ बाघ दिखाई दिया जो वनकर्मियों को भी देख लिया जिसके बाद बाघ दहाड़ते हुए हमला करने का प्रयास करता उसके पहले ही वनकर्मी अपनी जान बचाकर भाग गये नही तो उन पर भी हमला कर सकता था।
आपकों बता दे कि जनपद पंचायत लालबर्रा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कटंगझरी एवं वन परिक्षेत्र वारासिवनी के कटंगझरी बीट के ग्राम पटेलटोला जंगल से लगा हुआ है एवं विगत दिवस से बाघ गांव के नजदीक दस्तक देने के साथ ही मवेशियों पर हमला भी कर चुका है जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग को दे दी गई है परन्तु वन विभाग के द्वारा वन्यप्राणी बाघ को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर नही छोड़ा जा रहा है जिससे ग्रामीणजनों में दहशत का माहौल बना हुआ है एवं घर से बाहर निकलने से कतरा रहे है। ग्रामीणजनों ने शासन-प्रशासन से कटंगझरी बीट के ग्राम पटेलटोला क्षेत्र में दिखाई दे रहे बाघ को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोडऩे की मांग की है। चर्चा में ग्रामीण ओमकार उइके ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर में मवेशी को चरने के लिए छोड़े थे परन्तु देर शाम तक मवेशी वापस नही आये और एक ग्रामीण ने बताया कि जंगल की ओर बाघ दिखाई दिया था जिसके बाद शनिवार को सुबह मवेशी की तलाश में जंगल की ओर गये तो हमारे घर की एक गाय, दो बैल एवं दिलीप सैय्याम के घर का एक बैल मृत अवस्था में पड़ा हुआ था एवं कुछ दुर बाघ दिखाई दिया जिससे ऐसा लग रहा है कि चारों मवेशियों का शिकार बाघ ने ही किया गया है क्योंकि इसके पूर्व भी बाघ ने मवेशियों का शिकार कर चुका है। साथ ही यह भी बताया बाघ गांव के नजदीक आ जाते है जिसके कारण खेत व मवेशी चराने अकेले जाने से ग्रामीणों को डर लगता है और ग्रामीणजन दहशत में जी रहे है, वन विभाग से मांग है कि मुआवजा प्रदान कर वन्यप्राणी बाघ को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाये।
दूरभाष पर चर्चा में बीट गार्ड अरविंद भवरे ने बताया कि बाघ के हमले से ४ मवेशियों की मौत हो चुकी है, जिसकी सूचना उ’चाधिकारियों को दे दी गई है जिनके द्वारा घटना स्थल पहुंचकर मुआवजा के लिए प्रकरण तैयार किया गया है एवं कटंगझरी जंगल क्षेत्र बड़ा है जिसके कारण बाघ का मूवमेंट का पता नही चल पता है और शनिवार को कैमरा लगाने जा रहे थे तभी एक बाघ दिखाई दिया जो वनकर्मी को देखकर दहाडऩे लगा जिसके बाद सभी भाग कर आ गये।