वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत रामपायली स्थित भगवान श्रीराम बालाजी के मंदिर में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर परंपरागत रूप से टिपूर जलाने का कार्यक्रम किया गया।
जिसमे कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर ऐतिहासिक श्री राम मंदिर में सिद्ध मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम बालाजी के विष्णु स्वरूप की प्रतिमा माता जानकी के साथ विराजित है जो आम जनों के मनोकामना को पूर्ण करने वाले भगवान विष्णु का धूमधाम से मंदिर में जल अभिषेक पूजन मंत्रउच्चरण से भगवान का नए वस्त्र धारण करवाने के उपरांत 35 टिपूर बातियों से भगवान श्री बालाजी की महा आरती की गयी।
जिसमे आतिशबाजी और भव्य विद्युत साज-सज्जा में मंदिर को सुसज्जित किया गया जहा भगवान श्री राम की जय जयकार की गई इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु जनों ने महाआरती में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया और कार्तिक पूर्णिमा में आयोजित भव्य मेले का श्रीगणेश किया गया।
आपको बताए कि हिंदू धर्म में कार्तिक मास को महत्वपूर्ण माना गया है धनतेरस दिवाली गोवर्धन पूजा भाई दूज और छठ का महापर्व भी कार्तिक मास में मनाया जाता है इस मास को भगवान विष्णु का प्रिय मास भी बताया गया है कार्तिक मास में पूर्णिमा का विशेष महत्व है।
विष्णु पुराण के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा की तिथि को ही भगवान नारायण ने मत्स्यावतार लिया था इसीलिए यह दिन हिंदू धर्मावलंबियों के लिए विशेष अवसर का दिन भी है और आज ही के दिन टिपूर जलाने और दीपदान करने का महत्व भी अपना एक अलग हिंदू धर्म में स्थान रखता है।