कृषि उपज मंडी वारासिवनी के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा 15 दिसंबर की शाम थाना प्रभारी शंकर सिंह चौहान को दिनेश सोलंकी निवासी वार्ड न. 07 वारासिवनी द्वारा मंडी परिसर में धान की अफरातफरी करने व शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की शिकायत कर उचित कार्यवाही करने की मांग की गई। ज्ञापन में बताया कि दिनेश सोलंकी निवासी वार्ड न. 07 बारासिवनी जो मंडी समिति वारासिवनी का अनुज्ञप्तिधारी हम्माल तुलावटी नहीं है बावजूद इसके दिनेश सोलंकी अनावश्यक रूप में मंडी प्रांगण में धान में मिलावट व धान की अफरातफरी जैसे कृत्य कर रहा है जिसमे मंडी में आने वाले किसानों व व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। मंडी प्रशासन द्वारा दिनेश सोलंकी को कई बार प्रांगण में अनाधिकृत प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया गया परन्तु वह अत्यधिक शराब का सेवन कर मंडी में हमेशा उत्पात मचाते रहता है और अत्महत्या करने की धमकी दे कर मंडी कर्मचारियों एवं व्यापारियों को झूठे केस में फसाने की बाते कहता है। दिनेश कई बार मंडी कर्मचारियों, व्यापारियों और मंडी में आने वाले किसानों को भी जान से मारने की धमकी दे चुका है जिससे मंडी में मंडी कर्मचारियों, व्यापारियों और मंडी में आने वाले किसानों में भय व्याप्त है। मंडी कर्मचारियों द्वारा अपने निहित कर्तव्यों का पालन करते हुये मंडी में व्यापारियों एवं किसानों को हो रही परेशानी व नुकसान को रोकने के लिये दिनेश मोलंकी को बार बार समझाइस देने का प्रयास किया गया लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज न आते हुये लगातार मंडी कर्मचारियों के शासकीय कार्य में बाधा पहुंचा रहा है। प्रशासन से मांग है कि वह दिनेश सोलंकी के खिलाफ उचित कार्यवाही करें। इस अवसर पर कृषि उपज मंडी वारासिवनी अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
मंडी उपनिरीक्षक नागेंद्र रंगारे ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि हम कृषि उपज मंडी के अधिकारी कर्मचारी है कई दिनों से मंडी में कार्यरत रेजा हमाल एवं व्यापारी की शिकायत थी कि वार्ड नंबर 7 निवासी दिनेश सोलंकी यहां आकर किसानों व महिलाओं से अभद्रता करता है। मंडी में लाखों का नकद पेमेंट होता है जिन्हें डर बना हुआ है वह मिलावट धान चोरी का काम करता है जिसकी हमने शिकायत दिए है। उसे समझाने का प्रयास किया किंतु वह आत्महत्या कर व्यापारी व मंडी अधिकारी कर्मचारी को फंसा देने की धमकी देता है। वहीं कर्मचारियों के साथ भी अभद्रता करता रहता है जो हमें अपना काम करने से रोकना है हम चाहते हैं की उसपर उचित कार्यवाही की जाये।