आईसीसीटी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 1 जून (भारतीय समयानुसार 2 जून) से होनी है। टूर्नामेंट में इस बार सबसे ज्यादा 20 टीम हिस्सा ले रही हैं। इन टीमों में सबसे पहले बात इंग्लैंड की। पिछले साल की विनर इंग्लिश टीम डिफेंडिंग चैंपियन है। 2010, 2016 और 2022 में फाइनल तक पहुंची इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने पहली और तीसरी बार फतह हासिल की जबकि 2016 में वेस्टइंडीज ने हराकर 2010 का बदला पूरा किया था। ऐसे में चलिए जानने कि कोशिश करते हैं कि इस बार वो कौन से फैक्टर्स हैं, जिनकी बदौलत इंग्लिश क्रिकेट टीम चौथी बार फाइनल और तीसरी बार चैंपियनशिप जीतने का सपना संजो रही होगी।
इंग्लैंड के साथ ग्रुप बी में उनकी कट्टर प्रतिद्वंद्वी टीम ऑस्ट्रेलिया, नामीबिया, ओमान और स्कॉटलैंड शामिल है। डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड ने अपनी 2022 टी-20 विश्व कप विजेता टीम के कई खिलाड़ियों को इस बार भी को बरकरार रखा है, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में खेलने वाले आठ खिलाड़ी इस बार भी खेलेंगे। इंजर्ड बेन स्टोक्स, रिटायरमेंट ले चुके एलेक्स हेल्स और क्रिस वोक्स इस बार नजर नहीं आएंगे।
पिछले साल चैंपियन बनने के बाद से इंग्लैंड का टी-20 इंटरनेशनल में रिकॉर्ड काफी अच्छा नहीं रहा है। अंग्रेजों ने 12 में से आठ मैच गंवाए हैं, जिसमें बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज हार भी शामिल है। टीम का उतार-चढ़ाव वाला रिटर्न उसके कप्तान जोस बटलर के इंटरनेशनल क्रिकेट और आईपीएल में पिछले कुछ समय में मिले-जुले योगदान को दर्शाता है। हालांकि, इंग्लैंड का टॉप ऑर्डर फिल साल्ट की निडर हिटिंग क्षमता से उत्साहित होगा। जॉनी बेयरस्टो, हैरी ब्रुक, लियाम लिविंगस्टोन और विल जैक सरीखे खिलाड़ी बैटिंग लाइन-अप को मजबूती देते हैं।