नगर के तहसील कार्यालय के मुख्य गेट पर बारिश के कारण जल भराव और कीचड़ का अंबार लगा हुआ है। जिसके कारण तहसील कार्यालय अपने कार्यों के लिए क्षेत्र के लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तो वही लोगों के लिए यह समस्या भी बनी हुई है जिस पर क्षेत्र के लोगों के द्वारा शासन प्रशासन से व्यवस्था बनाने की मांग की जा रही है। यह अनुविभाग कार्यालय है जहां हजारों लोग अपने कार्य करवाने के लिए आते हैं और अभी बीते करीब एक पखवाड़े से बारिश का दौर चालू हो चुका है। ऐसे में मुक्त परिसर में जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण मुख्य गेट पर ही जल भराव की स्थिति बनी हुई है और यह गेट भी छोटा है ऐसे में लोगों को काफी मशक्कत कर आना-जाना करना पड़ रहा है। इस दौरान कीचड़ से उनके कपड़े भी खराब हो रहे हैं और दूसरों के ऊपर कीचड़ उड़ भी रहा है जिससे विवाद की भी स्थिति निर्मित हो रही है। परंतु इस पर वर्तमान तक ध्यान नहीं दिया गया है जिससे समस्या बनी हुई है।
अनुविभाग का मुख्य केन्द्र है यह कार्यालय
विदित हो की यह अनुविभाग का केंद्र है जहां क्षेत्र से हजारों लोग अपने कार्यों को लेकर तहसील कार्यालय में आते हैं। जहां पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार कार्यालय दोनों संचालित होते हैं। ऐसे में वारासिवनी के लोग तहसील कार्यालय के लिए आते हैं तो वहीं वारासिवनी खैरलांजी लालबर्रा के लोगों को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय मैं कार्य के लिए भी आना होता है। वही कार्यालय के अंदर उपपंजीयक कार्यालय भी स्थित है जहां पर जमीनों की रजिस्ट्री करवाने के लिए अनुविभाग स्तर यानी तीन विकासखंड के लोग यहां पर आते हैं। इस दौरान आने के लिए एक मुख्य गेट है जहां पर जल भराव के कारण वाहनों के चलने से वाहन के साथ पैदल चल रहे लोगों को भी काफी समस्या हो रही है। जबकि कार्यालय के समस्त अधिकारी कर्मचारी इसी गेट से अंदर आते हैं फिर भी उनके द्वारा उक्त समस्या पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मलमा डालने से खराब हुई हालत
कई दिनों से कल भराव की स्थिति बनी हुई है ऐसी स्थिति में जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए गेट से अंदर जाने वाली रोड किनारे मलमा डाल दिया गया है। जिसमें मिट्टी बड़ी मात्रा में है जो पानी के साथ मिलकर कीचड़ बना दी है ऐसे में पहले जो थोड़ी सी तकलीफ झेल कर आना जाना कर लेते थे उन्हें आप और ज्यादा तकलीफ होने लगी है। क्योंकि कीचड़ के साथ फिसलन बनी हुई है तो वहीं गेट के सामने सड़क पर पानी भरा हुआ है ऐसे में दोनों तरफ से समस्या बनी हुई है। परंतु सभी लोग काम है तो आना-जाना कर रहे हैं।
ग्रामीण आनंद पटले ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि वह अपने भूमि के विषय को लेकर तहसील कार्यालय आए हुए थे इस दौरान यहां पर काफी अव्यवस्था देखने मिल रही है। गेट के सामने बहुत ज्यादा पानी भर चुका है यह करीब 8 इंच से ज्यादा पानी है जिसमें पैर डूब जाएगा जिससे जूते और कपड़े दोनों खराब हो रहे हैं। क्योंकि मोटरसाइकिल से आने जाने वाले लोग सीधे अंदर जाते हैं जिससे पानी उछल रहा है और कीचड़ हो गया है जिससे गिरने की संभावनाएं भी बनी हुई है। यह स्थिति बीते करीब 15 दिनों से है पहले कम बारिश में ज्यादा पानी जमा नहीं हुआ था परंतु अभी दो-तीन दिनों से ज्यादा पानी जमा हो गया है। श्री पटले ने बताया कि यह तहसील कार्यालय और एसडीएम कार्यालय दोनों है जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं वहीं रजिस्टर का ऑफिस भी यही है जिसमें समस्या हो रही है हम चाहते हैं कि यहां पानी निकासी की व्यवस्था की जाए कीचड़ को हटाया जाए। हमने देखा है कि कई लोगों के कपड़े खराब हो जाते हैं जिन्हें वापस घर जाना पड़ रहा है यह आज की स्थिति नहीं है पहले की है इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
नगरवासी भोजराम ड़हरवाल ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि वह एसडीएम कार्यालय अपने किसी कार्य से आए हुए थे उनका प्रतिदिन आना जाना लगा रहता है। इस दौरान बाकी समय व्यवस्था अच्छी थी परंतु अभी जब से बारिश का मौसम चालू हुआ है यहां पर पानी भर गया है यह थोड़ी सी जगह में पानी नहीं भरा है कार्यालय के 30 प्रतिशत परिसर में पानी भरा हुआ है जिसमें सबसे ज्यादा तकलीफ है कि गेट से ही पानी भरा हुआ है। जिस कारण से आवागमन में काफी समस्या हो रही है। श्री डहरवाल ने बताया कि पानी से समस्या तो थी परंतु अब मलमा डालकर कीचड़ भी बना दिया गया है और इधर खाली स्थान पर भी कीचड़ बन गया है। मोटरसाइकिल या साइकिल अब स्लिप हो रही है और हमें भी बहुत ज्यादा सतर्कता से चलना पड़ रहा है काफी डर महसूस हो रहा है क्योंकि अब हम वृद्धि हो चुके हैं पैर रखते ही डर रखता है कि थोड़ा सा डगमगाए और स्लिप ना हो जाए। इस पर कार्यालय के जिम्मेदार लोगों को ध्यान देना चाहिए और व्यवस्था बनानी चाहिए कि लोग आने जाने वालों को परेशानी ना हो।
इनका कहना है
दुरभाष पर चर्चा में बताया कि हमारे द्वारा देखा गया है काफी समस्या हो रही है इसके लिए निर्देश दे दिए गए हैं यहां पर पानी निकासी की व्यवस्था करने एवं भरन डालकर दोबारा इस प्रकार जल भराव ना हो जो जल्द ही करवा दिया जाएगा।