नगर के दिगंबर जैन मंदिर में 108 विद्यासागर जी महामुनि राज की परम शिष्य 105 आर्यिका श्री निष्काम मति माता जी, आर्यिका विरत मति माता जी एवम आर्यिका उपशम मति माताजी का वर्षाकालीन चातुर्मास पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजित किया जा रहा है जिसमें 13 अगस्त को माता-पिता सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रति दिन प्रातः 8 बजे से आचार्य भगवन की पूजन एवम तत्पश्चात रत्न करण्डक श्रवाकाचार के ग्रँथ की कक्षा के माध्यम से सभी को धर्म लाभ मिल रहा है। वही प्रत्येक रविवार को विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमो की आर्यिका संघ के समक्ष प्रस्तुति की जा रही है। इसी कड़ी में 13 अगस्त को प्रातः 8 बजे से सन्त निवास में माता पिता सम्मान समारोह रखा गया। सभी सामाजिक जनों ने अपने माता पिता के अनन्त उपकारों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए पिता के पाद प्रक्षालन तिलक माला द्वारा अभिनन्दन किया। जिसमें सभी ने अपने माता पिता को वस्त्र आभूषण सहित अन्य उपहार देकर सम्मानित किया गया एवम जाने अनजाने में हुई भूलों के लिये क्षमा याचना की। इस कार्यक्रम की शुरुवात में नन्ही मुन्नी बालिकाओं के द्वारा मंगलाचरण नृत्य व माता पिता पर आधारित नाटिका की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। जिसमे पाठशाला के बच्चों द्वारा इतना प्रभावी अभिनय किया गया कि दर्शकों की आँखे भर आई। इस दौरान कार्य को संबोधित करते हुए माताजी ने अपने प्रवचनों में बताया कि माँ पिता के अनन्त उपकारों का ऋण चुका पाना हमारे लिये असम्भव है हमे कभी भूले से भी माँ पिता का दिल नही दुखाना चाहिये। जिसके बाद आर्यिका माता जी ने सभी बच्चों एवम बड़ों को जीवन पर्यन्त माता पिता की सेवा व आदर करने का संकल्प दिलाया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रभावी योगदान शानू सिंघई पँकज जैन विनीत पूनमचंद नमन कृति रीतिका दीपिका तीर्थिका गरिमा यशिता अक्षिता अवनि दीपल पीहू सोना माही सोनाक्षी काव्या गुनगुन दर्शिता साक्षी सिंघई निधि नेहा रिचा आस्था रश्मि रूबी अलका रीतिका भारिल सूचि सुनीता मॉडल राखी सिंघई रेखा जैन सपना प्रखर निवेश पराग सम्यक दीपांश सुपार्श्व आदि अर्थ श्रेष्ठ नव्य यति आशय अक्षत का रहा। वही दिगंबर जैन समाज के पदाधिकारी सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
समाज सहसचिव दीपक जैन ने पदमेश से चर्चा में बताया कि माताजी ससंघ का नगर आगमन हुआ था जिनके द्वारा वर्षा काल में चातुर्मास का कार्यक्रम चल रहा है। जिसमें प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं सुबह विधान पाठ अभिषेक कार्यक्रम कर माता जी का प्रवचन कार्यक्रम होता है। जिसमें उनके द्वारा सत्य मार्ग पर चलने माता पिता भाई बहन सभी का सम्मान करने के साथ ही जीवन किस प्रकार से जीना चाहिए इसके बारे में बताया जा रहा है। श्री जैन ने बताया कि प्रत्येक रविवार को विभिन्न कार्यक्रम होते हैं उसी कड़ी में इस रविवार को माता-पिता सम्मान का आयोजन किया गया। जिसमें नृत्य व नाटक की प्रस्तुति के माध्यम से जीवन में माता-पिता की अहमियत और महत्व बताया गया जिसके बाद माता-पिता का पूजन कर आशीर्वाद लिया गया।