जाने-माने कलाकार नसीरुद्दीन शाह एक बार फिर विवादों में फंस गये हैं। एक न्यूज पोर्टल को दिये अपने इंटरव्यू में उन्होंने कई ऐसी बातें कह दीं, जिसके बाद बवाल शुरु हो गया है। सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देनेवालों का बाढ़ सी आ गई है और उनके समर्थन और विरोध में ट्रोलिंग शुरु हो गई है। दरअसल, नसीरुद्दीन शाह ने हरिद्वार में धर्म संसद को लेकर विस्तार से अपनी प्रतिक्रिया दी और बहुत बेबाक अंदाज में अपनी राय रखी है।
‘द वायर’ के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मुसलमानों के बीच डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन मुसलमान हार नहीं मानेंगे। नसीर ने दक्षिणपंथ के समर्थक कुछ लोगों के मुस्लिमों की हत्या करने की बात किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मुझे भरोसा नहीं होता है कि ये लोग क्या बात कर रहे हैं। क्या ये लोग देश में गृह युद्ध फैलाना चाहते हैं? 20 करोड़ मुसलमान हैं, उनका आप रातोंरात सफाया नहीं कर सकते हैं। हम 20 करोड़ इसी भारत के हैं, यहां पैदा हुए हैं, हमारे परिवारों की पीढ़ियां यहां पैदा हुईं और खत्म हुई हैं। हम 20 करोड़ की मातृभूमि भारत है। मैं खुलकर कहता हूं कि अगर ऐसा कुछ होता है तो यह केवल गुस्सा पैदा करने वाला होगा और हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।’
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि वर्तमान सरकार मुस्लिमों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने के प्रयास कर रही है। इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के मन में एक डर बैठाने का प्रयास किया जा रहा है कि वे उम्मीद छोड़ दें। लेकिन हम इसका जवाब देंगे क्योंकि हम अपना घर बचा रहे हैं, हम अपनी मातृभूमि बचा रहे हैं, हम अपने परिवार बचा रहे हैं, बच्चे बचा रहे हैं।
नसीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि मुगल भारत में इसे अपनी मातृभूमि बनाने के लिए आए थे और उन्होंने देश को स्थायी स्मारक और नृत्य, संगीत, पेंटिंग और साहित्य की परंपरा दी। आप उन्हें ‘शरणार्थी’ कह सकते हैं। सोशल मीडिया पर दिग्गज अभिनेता के इस बयान पर काफी प्रतिक्रिया आ रही है। कुछ लोग उनसे माफी मांगने को कह रहे हैं, तो कुछ उन्हें पाकिस्तान भेजने की बात कह रहे हैं। इसके जवाब में नसीरुद्दीन शाह ने उन्हें सलाह दी है कि जो लोग उन्हें पाकिस्तान जाने को कह रहे हैं, वो खुद कैलाश क्यों नहीं चले जाते?