लांजी के पूर्व विधायक रमेश भटेरे द्वारा लांजी के स्थानीय रानी अवंती बाई स्टेडियम में जन आशीर्वाद सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने कुछ दिन पहले जारी हुई भाजपा की पहली सूची में ,उन्हें प्रत्याशी नहीं बनने को लेकर जनता से बात की और आला कमान को पुन: एक बार अपने फैसले पर पुनः विचार करने की बात कहीं और यदि पुनर्विचार आलाकमान नहीं करता है तो वह इशारों ही इशारों में निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात भी उनके द्वारा मंच से कही गई
आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा सबसे पहले अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए पहली सूची में लांजी विधानसभा और बैहर विधानसभा के प्रत्याशियों की घोषणा की गई थी जिसमें लांजी से राजकुमार कराहे को भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया गया था जबकि शुरू से ही रमेश भटेरे द्वारा चुनाव लड़ने की तैयारी की जा रही थी एवं ऐसी स्थिति में उन्हें पार्टी द्वारा अपना प्रत्याशी न बनाते हुए टिकट किसी और को दे देने के बाद रमेश भटेरे के समर्थकों द्वारा टिकट वितरण का काफी विरोध किया गया था एवं हाल ही में रमेश भटेरे द्वारा भी सोशल मीडिया पर निर्दलीय चुनाव लड़ने को लेकर कुछ पोस्ट डाली गई थी किंतु 19 अक्टूबर को लांजी के रानी अवंती बाई स्टेडियम में रमेश भटेरे द्वारा जन आशीर्वाद सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें सबसे पहले तो उन्होंने हिना कावरे को आड़े हाथों लिया और उन्होंने कहा की रमेश भटेरे ने कभी यह नहीं चाहा की डबल मनी में लांजी और किरनापुर क्षेत्र की जनता का घाटा हो उन्होंने इसका सारा ठिकरा हिना कावरे पर ही थोप तो वही मंच से उन्होंने भाजपा का अपने आप को समर्थित कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि वह कभी बीजेपी को नहीं छोड़ेंगे और उनके द्वारा लांजी क्षेत्र में अंतिम छोर तक भारतीय जनता पार्टी को बढ़ाने के लिए काम किया गया है किंतु अंतिम समय में उन्हें प्रत्याशी न बनाकर भाजपा ने उनके साथ सौतेला व्यवहार किया है इस कारण वह पुनः एक बार आलाकमान को यह मौका देना चाहती हैं कि हो सकता है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा टिकट वितरण करने में कोई जल्दबाजी हो गई हो और यदि ऐसा हुआ है तो वह अपनी गलती को पुनः सुधार कर सही टिकट वितरण करें एवं उसके बाद भी यदि ऐसा कुछ नहीं होता तो उन्होंने लांजी की जनता से इशारों ही इशारों में निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कहीं और जनता को उन्हें आशीर्वाद देने को कहा है जब वहां मंच से लांजी की जनता को संबोधित कर रहे थे उसे समय वह कुछ देर के लिए अपनी माता के साथ भावुक भी होते नजर आए
उन्होंने मीडिया में बयान देते हुए कहा कि वह भाजपा से कभी अलग नहीं हो सकते और ना ही वह किसी अन्य पार्टी को ज्वाइन करने के विषय में सोच सकते हैं वह हमेशा ऐसे ही भाजपा के हितेषी बने रहेंगे और यदि पार्टी अपना निर्णय नहीं बदलती तो वह क्षेत्र की जनता के साथ फैसला लेकर निर्
दलीय चुनाव लड़ेंगे और और जीते हैं तो उसके बाद भी वह पुनः भाजपा के ही विधायक कहलाएंगे और वहां अभी भी भाजपा से अलग नहीं है