इंदौर Crime File Indore। बच्चा खरीद फरोख्त मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक और बच्चे को बरामद कर लिया है। इसी के साथ अब तक पुलिस ने कुल दो बच्चों को बरामद कर लिया है। एसटीएफ को दूसरा बच्चा रतलाम के रिटायर्ड इंजीनियर (एमपीईबी) के यहां से बरामद किया गया है। 13 साल पहले रतलाम के इंजीनियर ने बच्चे को इंदौर के यश अस्पताल से खरीदा था।वहीं एसटीएफ पहले प्राप्त किए गए बच्चे के असल माता-पिता को तलाश रही है। जिस महिला डॉक्टर ने बच्चा बेचा उसकी तो सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। वह अस्पताल भी बंद हो गया जहां बच्चे का जन्म हुआ था। एसटीएफ बच्चे का डीएनए करवाएगी।एसटीएफ ने देवास के निगमकर्मी शिरीष इंदूरकर सहित उसकी पत्नी सुधा, पड़ौसन पुष्पा और दाई लीलाबाई को पकड़ा था। आरोप है कि शिरीष व सुधा ने पुष्पा और लीला बाई की मदद से अक्टूबर 2011 में यश अस्पताल की संचालिका डॉक्टर शर्मीला शुक्ला से एक दिन का बच्चा खरीदा था। बच्चा 10 साल का हो चुका है और निजी स्कूल में पढ़ता है। पुलिस ने जब लीला से पूछताछ की तो कहा वह मालीश और दाई का काम करती थी। डॉक्टर शर्मीला से उसकी पहचान थी। उसने डॉक्टर को शिरीष और सुधा के बारे में बताया और बच्चा दिलवा दिया। लीला ने रुपये लेने देने से भी इन्कार कर दिया। पुलिस जब शर्मीला के अस्पताल पहुंची तो परिजनों ने कहा उसकी तो सड़क हादसे में मौत हो चुकी है।
बच्चे को शेल्टर होम भेजा, डीएनए की तैयारीएसपी (एसटीएफ) के मुताबिक अस्पताल बंद होने के कारण बच्चे के माता-पिता की जानकारी नहीं मिल पाई है। बच्चे को चाइल्ड लाइन की मदद से शेल्टर होम भिजवा दिया। पुलिस आरोपित और बच्चे का डीएनए सैंपल की जांच भी करवाएगी। फिलहाल आरोपितों से अन्य बच्चों की खरीद फरोख्त के बारे में पूछताछ चल रही है।










































