बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बे मौसम हुई बारिश

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वारासिवनी नगर सहित क्षेत्र में 16 मार्च की शाम करीब 4:30 बजे अचानक मौसम ने करवट ली इसके बाद शाम होने तक हर किसी का चेहरा खिल उठा। इसमें एक तरफ जहां उम्मस भारी गर्मी से लोगों को राहत मिली तो वही धान की फसल में पानी की रास्ता देख रहे किसानों ने भी चैन की सांस ली। जहां तेज आंधी तूफान के साथ बूंदाबांदी अचानक झमाझम बारिश में बदल गई जिसने पूरे गर्म माहौल को ठंडा कर दिया इस दौरान लोगों ने काफी आनंद लिया। तो वही ग्रामीण क्षेत्र में ओले भी गिरने की बात कही जा रही है।

मार्च की गर्मी में हुई बारिश

ठंड का मौसम बीतने के बाद मार्च माह के साथ धीरे-धीरे गर्मी का मौसम प्रारंभ हुआ था और आसमान में सूर्य देवता अपने तापमान को बिखरते हुए दिखाई दे रहे थे। तभी बढ़े हुए तापमान के बीच शनिवार की शाम अचानक मौसम में परिवर्तन आ गया जहां दोपहर के बाद चटक आसमान को बदली ने घेरना शुरू कर दिया और बादलों की गड़गड़ाहट के बीच तेज आंधी तूफान के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई। थोड़ी देर में यह बूंदाबांदी तेज बारिश में बदल गई और करीब 1 घंटे तक झमाझम बारिश होती रही। इस दौरान ठंडी हवाओं बारिश के साथ बिजली की चमक और बादलों की गड़गड़ाहट के बीच ओले गिरे तो वही झमाझम बारिश भी देखने को मिली। तापमान में आए यह अचानक बदलाव के बीच मौसम विभाग ने आगामी दो तीन दिनों तक मौसम की कुछ इसी तरह बने रहना बताया जा रहा है। इस बेमौसम बारिश ने किसानों के चेहरों पर एक बार फिर मुस्कान बिखेर दी है जो एक बार और ऐसी ही झमाझम बारिश की प्रार्थना कर रहे हैं।

गर्मी का अहसास हुआ ठंडा

इस मौसम परिवर्तन में बदली तेज हवाओं के साथ आसमानी बिजली की चमक बादलों गड़ागड़ाहट के साथ बारिश एवं क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। मौसम के इस एकाएक परिवर्तन ने बीते कुछ दिनों से ग्रीष्म ऋतु के अहसास को कम किया है। इस दौरान में शाम पांच बजे के बाद हुई झमाझम बरसात को देखते ही देखते पूरी सड़क सुनसान हो गई। हालांकि यह बारिश का कारण चक्रवती हवाओं के प्रभाव बताया जा रहा है जिससे मौसम में बदलाव देखा गया जिसने गर्मी के अहसास को ठंड में बदल दिया जिससे लोगो को उम्मस भरी गर्मी से राहत मिली।

बारिश से किसानों को फायदा

क्षेत्र के किसानों के द्वारा रबी की फसल में धान सहित अन्य उपज लगाई गई है जिसमें धान लगाने वाले किसानों को वर्तमान में पानी की अत्यधिक आवश्यकता थी जो विभिन्न जल स्रोत में पंप लगाने की तैयारी कर रहे थे या नहर के पानी को देख रहे थे। उनके चेहरे पर एक बे मौसम बारिश के कारण खुशी आ गई इस बारिश में खेत में पानी तो नहीं भरा किंतु उपज की जड़ों में नमी आ गई। इसके साथ खेतों में ओले गिरने के कारण किसान दुखी भी हुए हैं परंतु यह ओले अधिकांश स्थानों पर नहीं गिरे जिससे किसानों की फसल को कुछ ही जगह नुकसान हो पाया है।

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