बालाघाट(पद्मेश न्यूज)। बुधवार को नागपुर से तिरोड़ी कटंगी ब्रॉडगेज रेल लाइन का निरीक्षण करने पहुंचे रेलवे के एडीआरएम अशोक कुमार सूर्यवंशी दोपहर 1 बजे के करीब कटंगी के रास्ते वारासिवनी होते हुए बालाघाट पहुंचे। इस दौरान बालाघाट कटंगी रोड पर गर्रा रेलवे फाटक लगभग डेढ़ घंटे तक बंद रहा जिससे सडक़ के दोनों और लंबा जाम लग गया। दरअसल नागपुर मंडल की रेलवे एडीआरएम अशोक कुमार सूर्यवंशी इतवारी से तिरोड़ी नागपुर ब्रॉडगेज का निरीक्षण करते हुए वारासिवनी बालाघाट के रास्ते नैनपुर तक निरीक्षण करते हुए जा रहे थे। इस दौरान दोपहर करीब 1 बजे अचानक बालाघाट कटंगी रेल लाइन पर गर्रा रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया, समय बीतता गया इस बीच बारिश शुरू हो गई लोगों का सब्र जवाब देते जा रहा था और यातायात व्यवस्था बेकाबू हो गई थी। कुछ देर बाद लोगों ने शंकर घाट के रास्ते वर्षों पुराने जर्जर हो चुके ब्रिटिश कालीन पुल से आवागमन करने की योजना बना ली। फिर क्या था 1-2-3-4 कर जैसे छोटे पुल पर गाडिय़ों की लंबी कतार लग गई। थोड़ी देर में ही छोटे पुल पर भी जाम की स्थिति निर्मित हो गई। बड़े पुल से नजारा देख रहे लोगों ने इसे अपने मोबाइल के कैमरे पर कैद किया। वे भी इस मंजर को देखकर डर गए। जर्जर पुल पर इतनी अधिक भीड़ कहीं कोई घटना घटित ना हो जाए पूरे समय यही डर बना रहा। बिना रेलिंग के पुल पर यदि थोड़ी भी सावधानी हटी तो नीचे की तरफ बह रही वैनगंगा में घटना घटते देरी नहीं लगेगी। वहीं दूसरी ओर शुक्र रहा ब्रिटिश कालीन इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी का वर्षों पुराने जर्जर और बूढ़े हो चुके पुल ने बड़ी सहजता से इतनी भीड़ का लोड उठा लिया। यह बात जैसे ही यातायात विभाग को पता चली थोड़ी देर बाद उन्होंने मोर्चा संभाला लेकिन जब तक काफी देर हो चुकी थी दूसरी ओर से बालाघाट कटंगी ब्रॉडगेज का गर्रा फाटक खुल चुका था। जैसे तैसे लोगों ने लगभग डेढ़ घंटा दोपहर 1 से 2:30 के इस लंबे अंतराल को बड़े पुल और उससे भी कहीं आगे जाम में फस कर गुजारा और फाटक खुलने की खबर सुनकर राहत की सांस ली और अपने गंतव्य स्थान की ओर और रवाना हो गए। इस बीच चर्चा यही चली की रेलवे और स्टेट गवर्नमेंट मिलकर यदि जल्द बालाघाट शहर के मुख्य मार्ग पर स्थित रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज बना दे तो भविष्य में इस तरह के जाम नहीं लगेंगे वरना ब्रॉडगेज इस ट्रैक पर ट्रेन दौड़ी तो यह जाम रोज की आम बात हो जाएगी।